राजस्थान की वो जगह, जहां भूत ने मचा रखी थी त्राहि-त्राहि

Aman Singh
Nov 04, 2024

मान्यता है कि प्राचीन काल में बाड़मेर जिले के सिवाना विधानसभा के समदड़ी में लाखा नाम के भूत का आतंक था.

चारों तरफ लाखा भूत के आतंक से त्राहि-त्राहि मची हुई थी.

गांव के तलाब की पाल पर शिव मंदिर पर शिव के उपासक संतोष भारती महाराज तपस्या कर रहे थे. उन्होंने लाखा भूत का आतंक देखा.

शिव के उपासक संतोष भारती महाराज ने ग्रामीणों की पीड़ा को देखते हुए उन्हें लाखा भूत के आतंक से ग्रामीणों को मुक्ति दिलाने की ठान ली.

इसके लिए उन्होंने शिव की तपस्या करनी शुरू कर दी. तपस्या के फलस्वरूप शिव की कृपा से ग्रामीणों को भूत से मुक्ति मिल गई.

वहीं मत्यु के समय भूत ने संतोष भारती महाराज से मुक्ति का वरदान मांग लिया. इसी वरदान के तहत हर वर्ष मेला लगने लगा.

तब से लेकर आज तक चली आ रही मेले की परंपरा आज भी कायम है.

लाखा भूत के नाम से गांव का नाम लाखेटा रखा गया है, जहां हर वर्ष मेले का आयोजन होता है.

विभिन्न प्रकार के मारवाड़ी संस्कृति के गैर एवं अन्य प्रकार की प्रतियोगिताएं होती हैं. जिसमें विजेता टीम को मेला कमेटी द्वारा पुरस्कृत किया जाता है.

तालाब की पाल के ऊपरी भाग में शिव मंदिर के बगल में ही लाखा भूत का मंदिर बना है.

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