मेहंदी दुल्हन के सोलह श्रृंगार का हिस्सा होती है.
भारतीय परंपरा में दूल्हा-दुल्हन को मेहंदी लगाना शुभ बताया गया है. इसी वजह से मेहंदी शादी की सबसे जरूरी रस्मों में मानी जाती है.
मेहंदी सौभाग्य की निशानी है, जो दूल्हा-दुल्हन और उनके घरवालों के प्यार को दर्शाती है.
इसी के चलते शादी में दुल्हन के साथ दूल्हे को भी मेहंदी लगाई जाती है.
मान्यता के मुताबिक, मेहंदी जितने दिन दुल्हन के हाथों मे रहती है, उतना ही शादीशुदा जोड़े में प्यार बढ़ता है.
शादी में दुल्हन के हाथ और पैरों में डिजाइनर मेहंदी लगाई जाती है.
वहीं दूल्हे को भी हाथ और पैर पर शगुन की मेहंदी लगाई जाती है.
मेहंदी तासीर में ठंडी होती है.
मेहंदी हाथों में लगाने से शरीर और दिमाग को शांति मिलती है.
मेहंदी लगाने से तनाव भी कम होता है.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE RAJASTHAN इसकी पुष्टि नहीं करता है.