न गोरे गाल, न कोई छेड़खानी, यहां महिलाएं होली के दिन पुरुषों को कर देती है Village Out

Sneha Aggarwal
Mar 11, 2024

चंग और ढोल की थाप

टोंक के नगर गांव की परंपरा के मुताबिक, होली पर सुबह 8 बजे चंग और ढोल की थाप महिलाएं डांस करती हैं. इसके साथ पारंपरिक गीत गाती हैं.

चामुंडा माता के मंदिर

इसके बाद महिलाएं गांव के सभी पुरुषों को गांव से 3 किलोमीटर दूर चामुंडा माता के मंदिर भेज देती हैं.

शाम को पुरुष आते हैं वापस

वहां जाकर पुरुष अपने-अपने समाज की बैठकें करते हैं. फिर शाम को तीन से चार बजे पुरुष गांव आते हैं. उस वक्त तक सभी महिलाएं होली खेल चुकी होती हैं.

इजाजत

जानकारी के मुताबिक, गांव में सिर्फ बुजुर्ग हो या फिर बीमार पुरुष को रहने की इजाजत होती है.

मनाही

लेकिन उनको घर से बाहर निकलने और रंग खेलनी की मनाही होती है.

छोटे बच्चे

वहीं, छोटे बच्चे गांव में रह भी सकते हैं और उनके साथ होली भी खेल सकते हैं.

बड़ी कड़ाही

यहां की परंपरा के अनुसार, गांव के गढ़ चौक में रंग से भरी कड़ाही रखी जाती है.

होली खेलना

इसके बाद सभी महिलाएं एक-दूसरे के साथ होली खेलती हैं.

टाइम

होली खेलना 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक चलता रहता है.

कोड़ों से पिटाई

गांव के लोगों के अनुसार, अगर होली खेलने के दौरान कोई पुरुष गांव में आ जाता है, तो महिलाएं उसकी कोड़ों से पिटाई कर देती हैं.

आज भी है जारी

लोगों के अनुसार, टोंक के नगर गांव में आज भी यह परंपरा जारी है.

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