किन्नर बात-बात पर क्यों बजाते हैं तालियां, क्या आप जानते हैं इसके पीछे की रोचक वजह?

Ansh Raj
Sep 19, 2024

तालियां बजाना किन्नर समुदाय की सांस्कृतिक पहचान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. तालियां बजाकर किन्नर लोगों को आशीर्वाद देते हैं और उनके जीवन में सुख-समृद्धि की कामना करते हैं.

ऐसा माना जाता है कि तालियां बजाना किन्नर समुदाय में खुशी और उत्साह का प्रतीक है. तो कुछ लोगों का कहना है कि किन्नर तालियां बजाकर समाज में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हैं और सामाजिक स्वीकृति की मांग करते हैं.

आपने देखा होगा कि किन्नर बात करते करते जोर-जोर से तालियां बजाते हैं, लेकिन किन्नर आखिर ऐसा क्यों करते हैं आइए जानते हैं.

किन्नर (Transgender) नाच और गा कर ख़ुशी का माहौल बनाते हैं. इस दौरान अपनी उपस्तिथि जोर-जोर से तालियां बजाकर प्रस्तुत करते हैं.

किन्नर अपनी बिरादरी से घुलने मिलने के लिए अक्सर तालियां बजाकर खुद को असल किन्नर होने का सबुत देते हैं.

ताली बजाने से होती है एक्युप्रेशर थैरेपी

डॉक्टर्स की जानकारी के मुताबिक ताली बजाने से शरीर में एक्युप्रेशर बनता है, इसे एक्युप्रेशर थैरेपी भी कहते हैं.

ताली बजाने से शारीर में रक्त संचार बढ़ जाता है, जिससे शरीर के सभी अंगों तक ऑक्सीजन और पोषक तत्व पहुंचते हैं. और बेहतर तरीके से काम करने लगते हैं. यही कारण है कि किन्नर कम बीमारी पड़ते हैं.

मस्तिष्क को करता है बेहतर

ताली बजाना दिमाग और शरीर दोनों को स्वस्थ रखने में कारागार है. इसके साथ ही किन्नर शारीर की पूरी शक्ति के साथ तालियां बजाते हैं. इसके कारण किन्नर अक्सर स्वस्थ और उत्साहित मूड में रहते हैं.

ब्लड सर्कुलेशन रहता है बेहतर

ताली बजाने से शारीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर रहता है. इसके अलावा हाइपरटेंशन या हाइपोटेंशन जैसी बीमारी भी उनसे दूर रहती है.ताली बजाने से शरीर में पूरे शरीर की ऊर्जा शक्ति बेहतर रहती है. इसके कारण किन्नरों का शरीर काफी चुस्त रहता है.

Disclaimer

यहां दी गई जानकारी सामान्य सलाह पर आधारित है, Zee Rajasthan इसकी पुष्टि नहीं करता है.

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