मान्यता है कि धनतेरस पर इन धातुओं के बर्तन खरीदने से घर में सुख-समृद्धि आती है. जो भी खरीदारी इस दिन की जाती है, उसमें तेरह गुना बढ़ोतरी होती है.
अगर पीतल की बोतल खरीदेंगे तो आपकी सेहत के लिए भी अच्छी रहेगी, आप प्लास्टिक की बोतल की जगह पीतल या तांबे की बोतल ले सकते हैं
पीतल के बर्तन आपके बजट में भी रहेंगे, और क्योंकि भगवान धन्वंतरि के हाथ में भी पीतल का कलश था तो इसका अपना महत्व है
धनतेरस पर खरीदे गए बर्तनों को अमृत कलश के समान माना जाता है. इसलिए इन बर्तनों को घर में खाली लेकर नहीं आना चाहिए.
आप पानी, चावल, या सात अनाज भी डालकर घर में ला सकते हैं, जिसे आपने घर में घी, पानी या अन्न की कभी कमी नहीं होगी.
आज धनिया खरीद कर क्यारी मे बिखेर दें, तो जैसे जैसे वो पौधे के रूप में बढ़ेंगे उसी तरह ये आपके पास धन आने का सूचक होगा.
झाडू से सफाई होती है और लक्ष्मी जी को सफाई पसंद है. वो उसी घर में प्रवेश करती है जो साफ सुथरा हो इसीलिए झाड़ू लेना आज के दिन शुभ माना जाता हैं.
नमक नकारात्मक शक्तियों को घर से बाहर करता है, पिसा हुआ नमक नही ढेले वाला नमक लेना आज के दिन शुभ माना जाता हैं.
आप नमक को लाल कपड़े मे मुख्य द्वार पर पूर्व दिशा में बांध दीजिए. घर मे नकारात्मक शक्तियों का प्रवेश नही होगा.
धनतेरस पर कैंची, चाकू, तलवार आदि धारदार सामान नहीं खरीदने चाहिए और ना ही कोई लोहे का सामान खरीदना चाहिए.
धनतेरस पर तेल भी नहीं खरीदना चाहिए और ना ही नकली सोने से बनी वस्तुओं की खरीददारी होनी चाहिए.
अगर मानसिक अशांति रहती हैं तो आज किसी गरीब को पीले वस्त्र और अन्न दान करें, धनतेरस के दिन वस्त्र दान को महादान के बराबर बताया गया है.