बीते दिन शहरवासी और सरकारी अफसर दशहरे के आयोजन में व्यस्त थे तो वहीं दूसरी ओर पुरानी टोंक शहर की दरियाशाह की बावड़ी में एक किशोर के डूबने की सूचना मिली.
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Tonk: टोंक शहर के पुराने टोंक थाना इलाके में बीते दिन दरियाशाह की बावड़ी में डूबे मासूम किशोर की रेस्क्यू को लेकर किए गए प्रयासों के वीडियो जिलेभर में जमकर वायरल हो रहे हैं.
दरअसल बीते दिन शहरवासी और सरकारी अफसर दशहरे के आयोजन में व्यस्त थे तो वहीं दूसरी ओर पुरानी टोंक शहर की दरियाशाह की बावड़ी में एक किशोर के डूबने की सूचना मिली. पहले परिजन और फिर स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे. कई घंटों तक जब एसडीआरएफ की टीम और प्रशासनिक मदद मौके पर नहीं पहुंची तो समाज विशेष के युवाओं ने करीब 8 घंटों की मशक्कत से बाल्टी-बाल्टी भर कर बावड़ी को खाली कर दिया और किसी तरह से बावड़ी से एक एक बाल्टी पानी निकाला गया. अपने स्तर पर मासूम युवक का रेस्क्यू किया गया.
हालांकि करीब 8 घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद स्थानीय लोगों की मदद से शव निकालने में सफलता मिल गई. इस दौरान सीओ सिटी सलेह मोहम्मद और पुरानी टोंक थानाधिकारी उदयवीर अल सुबह 4 बजे तक मौके पर मौजूद रहे. इतना ही नहीं पोस्टमार्टम होने तक दोनों अधिकारी मौजूद रहे लेकिन परिजनों का गुस्सा जब फूट पड़ा तब सुबह तक कोई प्रशासनिक अधिकारी सुध लेने नहीं पहुंचे.
परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि ना तो रेस्क्यू के दौरान कोई प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे ना ही पोस्टमार्टम के दौरान. इससे आक्रोशित होकर परिजनों ने पोस्टमार्टम के बाद शव लेने से इनकार कर दिया और उपखंड अधिकारी को मौके पर बुलाने की माांग पर अड़ गए और 10 लाख रूपए की सहायता राशि की मांग शुरू कर दी. हालांकि एसडीएम राधाकिशन और सीओ सिटी सलेह मोहम्मद की समझाइश के बाद आक्रोशित परिजन शांत हो गए और चिरंजवी योजना में 5 लाख रूपए की सहायता राशि पर सहमत हो गए. इसके बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने राहत की सांस ली और शव परिजनों को सौंप दिया.
Reporter- Purshottam Joshi
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