भाजपा के कद्दावर नेता डॉक्टर नाथू सिंह गुर्जर का राजनीतिक वनवास क्या हो गया समाप्त?
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भाजपा के कद्दावर नेता डॉक्टर नाथू सिंह गुर्जर का राजनीतिक वनवास क्या हो गया समाप्त?

दीपावली स्नेह मिलन कार्यक्रम में डॉक्टर नाथू सिंह गुर्जर ने विरोधियों पर जमकर धावा बोला और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को तो बेबस सीएम तक कह दिया.

भाजपा के कद्दावर नेता डॉक्टर नाथू सिंह गुर्जर का राजनीतिक वनवास क्या हो गया समाप्त?

Tonk:  प्रदेश में 2022 के समाप्ति की ओर जाते जाते चुनावी बयार अब आने लगी है. साथ ही स्नेह मिलन दीपावली मिलन जैसे सामाजिक कार्यक्रमों के बीच चुनावी सुगबुगाहट शुरू होने लगी है लेकिन इस सुगबुगाहट के बीच टोंक के लघु पुष्कर कहे जाने वाले मांडकला में हुआ भाजपा कार्यकर्ताओं का दीपावली स्नेह मिलन समारोह अपने आप में कई सवाल खड़े कर गया. 

कार्यकर्ताओं ने मंच से खुले रूप में कहा कि भैरों सिंह जी शेखावत के करीबी माने जाने वाले राजस्थान के पूर्व मंत्री और भाजपा के कद्दावर नेता डॉक्टर नाथू सिंह गुर्जर का राजनीतिक वनवास समाप्त हो गया है. डॉक्टर नाथू सिंह गुर्जर का देवली उनियारा विधानसभा क्षेत्र में दीपावली स्नेह मिलन कार्यक्रम में शिरकत करने व विधानसभा क्षेत्र के कई गांव का दौरा करने के पीछे आखिर क्या मामला है, क्योंकि डॉक्टर नाथू सिंह गुर्जर का भैरों सिंह शेखावत के जाने के बाद पूर्व सीएम वसुंधरा राजे से कोई खास लगाओ नहीं रहा.

हालांकि पार्टी के दबाव में उनकी पत्नी डॉ अलका सिंह गुर्जर को विधायक बनाया गया. वर्तमान में जेपी नड्डा की टीम में राष्ट्रीय मंत्री का दायित्व दिया गया है. इन सब बातों के बीच डॉक्टर नाथू सिंह गुर्जर का अपने क्षेत्र में दोबारा से लोगों के बीच जाकर जनसमर्थन प्राप्त करना राजस्थान के भाजपा नेतृत्व में भी बदलाव की ओर संकेत कर रहा है. 

दीपावली स्नेह मिलन कार्यक्रम में डॉक्टर नाथू सिंह गुर्जर ने विरोधियों पर जमकर धावा बोला और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को तो बेबस सीएम तक कह दिया जिनकी कोई सुनवाई इस सरकार में नहीं है. साथ ही कांग्रेस सरकार की विफलताओं को गिनाते हुए डॉक्टर नाथू सिंह गुर्जर ने 2023 में भारी बहुमत से भारतीय जनता पार्टी की सरकार राजस्थान में बनाने का दावा किया. 

हाल ही में हो रही यूरिया की किल्लत को लेकर डॉ गुर्जर ने कहा कि सरकार इन समस्याओं का निराकरण कर दें अन्यथा राज्य सरकार के खिलाफ वे मोर्चा खोल देंगे. डॉ नाथू सिंह गुर्जर विधानसभा क्षेत्रों के परिसीमन से पूर्व टोडारायसिंह विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ें, लेकिन परिसीमन के बाद टोडारायसिंह विधानसभा क्षेत्र का विलय कर देवली उनियारा विधानसभा क्षेत्र बना. जिससे 2003 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट से डॉ नाथू सिंह गुर्जर ने चुनाव लड़ा और कांग्रेस के रामनारायण मीणा से हार गए. अब लम्बे अरसे के बाद देवली उनियारा विधानसभा क्षेत्र में दौरा कर रहे हैं.

Reporter-Purshottam Joshi

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