जैतारण में सामूहिक विवाह सम्मेलन आज, 13 जोड़े बनेंगे जीवनसाथी
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जैतारण में सामूहिक विवाह सम्मेलन आज, 13 जोड़े बनेंगे जीवनसाथी

पाली जिले के जैतारण उपखण्ड के निमाज गांव में आज कुमावत समाज का 12वां सामूहिक विवाह सम्मेलन कुंबाजी मंदिर परिसर में आयोजित होगा. कार्यक्रम में वर-वधू को आशीर्वाद देने के लिए विभिन्न जिलों और गांव से लोग भाग लेंगे आयोजन को लेकर युद्ध स्तर पर तैयारियां की गई हैं.

जैतारण में सामूहिक विवाह सम्मेलन आज, 13 जोड़े बनेंगे जीवनसाथी

Jaitaran: श्री कूबाजी महाराज के 579वां अवतरण दिवस, मंदिर स्थापना के 29वें दिवस और बारहवें सामूहिक विवाह सम्मेलन में 13 जोड़े परिणय सूत्र में बंधेगे. इसमें विभिन्न जिलों से कुमावत समाज के लोग सांसद, विधायक, जनप्रतिनिधियो का जमावड़ा रहेगा.

पाली जिले के जैतारण उपखण्ड के निमाज गांव में आज कुमावत समाज का 12वां सामूहिक विवाह सम्मेलन कुंबाजी मंदिर परिसर में आयोजित होगा. कार्यक्रम में वर-वधू को आशीर्वाद देने के लिए विभिन्न जिलों और गांव से लोग भाग लेंगे आयोजन को लेकर युद्ध स्तर पर तैयारियां की गई हैं.

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आयोजन समिति के सचिव शिवराम एक लिया ने बताया कि कुमावत समाज के 12वें सामूहिक विवाह सम्मेलन में 13 जोड़े परिणय सूत्र में बंधेगे. कार्यक्रम में वर-वधु को आशीर्वाद देने के लिए राजसमंद सांसद दीया कुमारी, सुमेरपुर विधायक जोराराम कुमावत, जैतारण विधायक अविनाश गहलोत कुमार, कुमावत महासभा जयपुर के प्रदेश अध्यक्ष आर सी कुमावत, पूर्व विधायक आसींद नानू राम कुमावत, पप्पू राम कुमावत आशा कुमावत सहित बड़ी संख्या में प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधि भाग लेंगे.

क्यों हो रहा सामूहिक विवाह
सचिव शिवराम ने बताया कि कुमावत समाज पिछड़ा समाज है और समाज में फिजूलखर्ची बंद कर वह बढ़ती महंगाई को लेकर लोगों का जीना मुश्किल हो गया है और बच्चों की शादी करना भी मुश्किल हो गई है क्योंकि महंगाई की मार सबसे बड़ी मार है. इसको रोकने के लिए कुमावत समाज ने कोराना काल के बाद में सामूहिक विवाह सम्मेलन करने का निर्णय लिया और इस निर्णय को लेकर समाज ने साथ दिया और कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अलग-अलग समितियां बनाईं.

पीले चावलों से बांटा गया था निमंत्रण
अध्यक्ष मोहनलाल चांदोरा कोषा अध्यक्ष शंकर लाल कुमावत सचिव जोगाराम चांदोरा नारायण लाल दुबल दिया सहित समाज के लोगों ने विभिन्न गांव में जाकर पीले चावल बांटकर सामूहिक विवाह सम्मेलन में भाग लेने के लिए निमंत्रण दीया कुमावत समाज के लोगों में सामूहिक विवाह सम्मेलन को लेकर उत्साह बना हुआ है. कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं. अंबाजी मंदिर परिसर में विभिन्न गांव से बारातें आएंगी. उनके ठहरने के लिए वर वधु के लिए अस्थाई रूप से पांडाल बनाए गए. दोपहर को गाजे बाजे के साथ गांव में दूल्हा दुल्हन की बिंदोली निकाली जाएगी. जगह-जगह समाज बंधुओं ने स्वागत द्वार बनाकर पुष्प वर्षा कर स्वागत करेंगे. बाद में मंदिर परिसर में एक साथ 13 जोड़ें मंडप में बैठकर परिणय सूत्र में बंधेगे. पंडितों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार किया जाएगा. बाद में समिति की तरफ से आशीर्वाद समारोह आयोजित होगा, जिसमें जनप्रतिनिधि वर वधु को आशीर्वाद देंगे और सभा को संबोधित करेंगे बाद में विदाई कार्यक्रम की रस्म अदा की जाएगी.

क्या बोली जिला परिषद सदस्य आशा कुमावत 
जिला परिषद सदस्य आशा कुमावत ने बताया कि कोरोना महामारी बीमारी में कई लोग काल में समा गए और लोगों का जीना मुश्किल हो गया. लोगों की रोजी-रोटी छिन गई. लोगों के धंधे चौपट हो गए और परिवार की कमर टूट गई. ऐसे में लोगों का जीना मुश्किल हो गया और अपने बच्चों की शादी करना भी मुश्किल हो गई. इसलिए समाज ने कोराना काल के बाद सामूहिक विवाह करने का निर्णय लिया, जिसमें गरीब बच्चियों को विवाह करने का खर्चा समिति ने उठाकर एक मिसाल कायम की आशा कुमावत ने आयोजित होने वाले सामूहिक विवाह सम्मेलन में विभिन्न महिलाओं को प्रेरित कर कार्यक्रम में भाग लेने की अपील की और महिलाओं से कहा कि कार्यक्रम में ज्यादा से ज्यादा भागीदारी निभाए और लोगों को एक मैसेज दें कि महिला भी पुरुषों से काम करने में पीछे नहीं है. आशा कुमावत ने बताया कि कार्यक्रम को लेकर महिलाओं की विभिन्न समितियां गठित की हैं.

रिपोर्टर - सुभाष रोहिसवाल

 

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