दलित दूल्हे की बिंदोरी के लिए ठाकुरों ने उठाया ये कदम
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दलित दूल्हे की बिंदोरी के लिए ठाकुरों ने उठाया ये कदम

उत्पीड़न की खबरें आम बात है. लेकिन हम जो खबर आपको दिखाने जा रहे हैं वो सामाजिक समरसता का एक शानदार उदाहरण है.

दलित दूल्हे की बिंदोरी

Nawan: राजस्थान सहित देश के अन्य हिस्सों से लगातार इस तरीके की खबरें आती रहती है. जिसमें दलित दूल्हे को गांव में घोड़ी से नीचे उतार दिया जाता है. उभरते हुए देश के साथ लोगों की सोच भी बढ़ती हुई नजर आ रही है इसी बीच नागौर जिले के नावां उपखंड क्षेत्र के गांव कासेड़ा निवासी सुरेंद्र सिंह ने एक नई पहल की है. 

इसे देखकर पूरे गांव को राजपूत समाज को सर आंखों पर चढ़ाया गया और पूरे गांव के दलित लोगों ने उनका स्वागत किया. समाजसेवी सुरेंद्र सिंह ने एक दलित बेटी की शादी का जिम्मा अपने सर उठाया और शादी में एक नई पहल करके समाज को नई दिशा की ओर ले कर गए. सुरेंद्र सिंह ने बताया कि जयपुर में हुए राजपूत समाज के आयोजन को लेकर राजपूत समाज के युवाओं में प्रेरणा मिली, समाज के हित में काम करने की पहल की. 

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मैंने पूर्व सदियों से चली आ रही परंपरा को तोड़कर एक नई परंपरा बनाई है, दलित दूल्हे को गांव के अंदर घोड़ी से नीचे उतार दिया जाता था उन्हें घोड़ी पर नहीं बिठाया जाता था, इस तरह की परंपराओं को हमने हमारे गांव में खत्म किया है और आज मैं सुरेंद्र सिंह खुद मेरे सहयोगी समाज के लोगों ने दूल्हे को घोड़ी पर बिठाकर पूरे गांव में उसकी बिंदोरी निकाली गई. तोरण के साथ दुल्हन के घर तक पहुंचाया गया यह देखकर पूरे गांव को लोगों ने इस पहल का स्वागत किया .लोगों में छुआछूत और ऊंच नीच की जो धारणा थी उन्हें खत्म करने का मैं और मेरा राजपूत समाज हर संभव प्रयास कर रहे हैं. सुरेन्द्र सिंह कासेड़ा की पहल की मीठड़ी गांव के लोगों ने की तारीफ.

लोगों को संदेश देना है मकसद
समाजसेवी सुरेन्द्र सिंह के अनुसार हमने घोड़े की लगाम को पकड़कर पूरे गांव में बंदोली निकाली मकसद सिर्फ इतना था कि जो लोग इन सब बातों पर आपत्ति उठाते हैं उन्हें एक नया संदेश मिले. दुल्हन के पिता जोगाराम जेदिया ने बताया मेरी बेटी की शादी का जिम्मा सुरेन्द्र सिंह ने उठाया और आज इंहोनो जो पहल की है उन्हें देख पर गांव के लोगों ने मेरा पूरा साथ दिया और शानदार तरीके से बंदोली घोड़ी पर निकाली गई.

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सामाजिक भेदभाव होगा खत्म गांव के रहने वाले सरवन नायक के अनुसार आए दिन दलित दूल्हे को घोड़ी से उतारने की खबरें आती रहती है. इसी बीच कासेड़ा के रहने वाले सुरेन्द्र सिंह ने एक सकारात्मक संदेश देने की कोशिश की है. यकीनन जिस तरीके से इस गांव के लोगों ने आज के समय में नई पहल करके समाज को नया संदेश देने की कोशिश की है ऐसे में अब जरूरत है कि बाकी लोग भी इसी तरीके से बड़ा दिल करके इस तरीके के सामाजिक भेदभाव को खत्म करें..

Reporter: HANUMAN TANWAR

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