लाडनूं में उपखंड स्तर पर सम्मान के लिए भेजे जाने वाले नाम सवालों के घेरे में, पार्षद बोले-चापलूसी करने वालों का होता है सम्मान
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लाडनूं में उपखंड स्तर पर सम्मान के लिए भेजे जाने वाले नाम सवालों के घेरे में, पार्षद बोले-चापलूसी करने वालों का होता है सम्मान

लाडनूं में उपखंड स्तर पर सम्मान के लिए भेजे जाने वाले नाम सवालों के घेरे में हैं. पार्षदों का कहना है कि चापलूसी करने वालों का सम्मान होता है.

लाडनूं में उपखंड स्तर पर सम्मान के लिए भेजे जाने वाले नाम सवालों के घेरे में, पार्षद बोले-चापलूसी करने वालों का होता है सम्मान

Ladnun: लाडनूं में 26 जनवरी व 15 अगस्त को नगर पालिका की तरफ से सराहनीय कार्य के लिए उपखंड स्तर पर भेजे गए नाम परफॉर्मेंस के आधार पर चयनित नहीं किए जाते यह वो लोग होते हैं जो अधिकारियों की चापलूसी करते हैं. ऐसे लोगों का उपखंड स्तर पर सम्मान किया जाता है. जबकि इसके हकदारों को इसका सम्मान नहीं मिलता. यह बात लाडनूं नगरपालिका के वार्ड पार्षद गिरधारी ईंनाणियां ने गणतंत्र दिवस की तैयारियों को लेकर हुई बैठक में कहा. 

उन्होंने कहा कि जो वास्तविक तौर पर सफाई का काम करते हैं.उनको सम्मान नहीं मिलता. यह वर्षों से चली आ रही है परिपाटी बंद होनी चाहिए. इससे जो व्यक्ति जमीन पर काम करता है वह हतोत्साहित होता है.

बैठक नगरपालिका के अध्यक्ष रावत खान की अध्यक्षता में शुक्रवार को संपन्न हुई. शाम करीब 4.30 बजे शुरू हुई बैठक आपसी आरोप - प्रत्यारोप, हो-हल्ला व विरोध के साथ देर शाम तक चली. जानकारी के अनुसार बैठक का मुख्य उद्देश्य गणतंत्र दिवस की तैयारियां व सीवरेज कार्य से जुड़ी चर्चा था. बैठक की शुरुआत में वार्ड पार्षद अदरिश खां ने गणतंत्र दिवस के स्थान परिवर्तन को लेकर विरोध दर्ज कराया.

उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस का पर्व हमेशा स्टेडियम में होता है, लेकिन इस बार दशहरा मेला मैदान में पर्व मनाए जाने की बात सामने आ रही है. उन्होंने कहा कि दशहरा मेला मैदान के पास नेशनल हाईवे संख्या 58 गुजरती है. ऐसे नही वहां पर दुर्घटना की संभावना बनी रहती है. उन्होंने नगर पालिका अधिशासी सुरेंद्र सिंह को अपना विरोध दर्ज करवाया. जिस पर अधिशासी अधिकारी ने कहा की यह निर्णय उपखंड प्रशासन की तरफ से लिया गया है. ऐसे में गणतंत्र दिवस की तैयारियों को लेकर कोई विशेष चर्चा नगर पालिका की बैठक में नहीं हो पाई.

सीवरेज कार्यों को लेकर वार्ड पार्षदों ने जताई नाराजगी

बैठक में सीवरेज कार्यों को लेकर जब चर्चा की गई तो वार्ड पार्षद राजेश भोजक, अदरिश खां, यशपाल आर्य, श्याम सुंदर गुर्जर, विजयलक्ष्मी पारीक, मुरलीधर सोनी, सुमन खीची सहित दर्जनों पार्षदों ने नाराजगी जताते हुए कस्बे की सबसे बड़ी परेशानी बताई. वार्ड पार्षद राजेश भोजक ने कहा कि कस्बे में सीवरेज का कार्य आनन-फानन में किया जा रहा है. जगह-जगह सड़कें टूटी पड़ी है. अधिकारी बहाना बनाते रहते हैं. जब वार्ड पार्षद उनको कहते हैं तो वह अभद्र व्यवहार करते हैं.

 जिस हिसाब से अभी सीवरेज का कार्य चल रहा है. जब यह कार्य पूर्ण हो जाएगा और सीवरेज चालू होगा, तो यह सबसे बड़ी समस्या बनकर सामने आएगी. उन्होंने कहा कि बिना गाइडलाइन के करोड़ों रुपए का यह काम किया जा रहा है. उन्होंने नगरपालिका अधिशासी अधिकारी से यह मांग कि की जब तक 1 वार्ड में काम पूरा ना हो, तब तक अगले वार्ड में काम शुरू नहीं किया जाना चाहिए. वार्ड पार्षदों ने सीवरेज के दौरान बिगड़ी जल सप्लाई को लेकर भी विरोध दर्ज करवाया.

नगर पालिका अध्यक्ष रावत खान ने सभी वार्ड पार्षदों से एकजुट होकर गणतंत्र दिवस के समारोह में भाग लेने को लेकर कहा. अधिशासी अधिकारी सुरेंद्र सिंह ने सभी वार्ड पार्षदों को सीवरेज कार्यों के दौरान बरती जा रही लापरवाही पर अंकुश लगाने का आश्वासन दिया. इस मौके पर पालिका उपाध्यक्ष मुकेश खींची, सीवरेज कार्य एजेंसी की एसके सिंगल सहित कई लोग मौके पर मौजूद रहे.

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