परबतसर में सरकारी नौकरी का झांसा देकर की गई लाखों की ठगी, आरोपी गिरफ्तार
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परबतसर में सरकारी नौकरी का झांसा देकर की गई लाखों की ठगी, आरोपी गिरफ्तार

नागौर की परबतसर पुलिस ने धोखाधड़ी कर फर्जी जोइनिंग लेटर जारी कर सरकारी नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले आरोपी को डीडवाना सब जेल से प्रोडक्शन वारंट पर आरोपी संतोष कुमार को गिरफ्तार किया. 

आरोपी संतोष कुमार गिरफ्तार.

Parbatsar: राजस्थान के नागौर की परबतसर पुलिस ने धोखाधड़ी कर फर्जी जोइनिंग लेटर जारी कर सरकारी नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले आरोपी को डीडवाना सब जेल से प्रोडक्शन वारंट पर आरोपी संतोष कुमार को गिरफ्तार किया. 

आरोपी ने युवको को शासन सचिवालय से फर्जी एपॉइंटमेंट लेटर दिए. इसके बाद आरोपी संतोष कुमार दोनों युवकों राकेश और रामसिंह को लेकर जयपुर स्थित शासन सचिवालय ले गया, जहां खुद का बड़ा अधिकारी बताने वाले अशोक नाम के व्यक्ति ने उन्हें पंचायतीराज विभाग का 27 जनवरी 2021 के अपॉइंटमेंट लेटर थमाते हुए कहा कि तुम दोनों की बांसवाड़ा और चुरू बिदासर में क्लर्क के पद पर नियुक्ति हो गई है. वहीं, लॉकडाउन खत्म होने के बाद ज्वॉइनिंग करवा देने का कहकर उन्हें वापस गांव भेज दिया, जब जोइनिंग के लिए पहुंचे तो अपॉइंटमेंट लेटर फर्जी निकला.  

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पीड़ित बेरोजगार युवकों ने आरोपी के खिलाफ पुलिस थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया था, जिस पर पुलिस ने जांच करते हुए आरोपी को डीडवाना के सब जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर गुरुवार को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा. 

एएसआई मुन्ना लाल विश्नोई ने बताया कि आरोपी ने परबतसर में भी सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी की, जिसका परबतसर थाने में मामला दर्ज है. थाने में पीड़ित रामसिंह पुत्र ओमप्रकाश बावरी निवासी परबतसर और राकेश बावरी पुत्र राधेश्याम बावरी निवासी मंगलाना ने रिपोर्ट में बताया कि वो दोनों बेरोजगार हैं. करीब डेढ़ साल पहले उनके किसी रिश्तेदार के साथ उन्हें संतोष कुमार पुत्र मांगीलाल मेघवाल निवासी खंगार अपने भाई जयराम के साथ मिला.  

उसने अपने आपको सुजानगढ़ पंचायत समिति में विकास अधिकारी होना बता कर पंचायतीराज विभाग में क्लर्क की भर्ती के बारे में बताया. उसने रामसिंह और राकेश से कहा कि अगर वो उसे 3-3 लाख रुपयों का इंतजाम कर दे तो वो दोनों की क्लर्क की नौकरी लगवा सकता है. इस पर दोनों उसके झांसे में आ गए.

वहीं, सात फरवरी 2021 को आरोपी संतोष कुमार को शंकरलाल पुत्र पन्नालाल और सुमेर पुत्र पन्नालाल की मौजूदगी में डेढ़-डेढ़ लाख कर तीन लाख रुपये दिए गए. सात दिन बाद संतोष कुमार ने दोनों के शैक्षणिक दस्तावेज, आवेदन फॉर्म और बकाया 3 लाख रुपये मांगे जो उसे दिए गए. 

Reporter- Hanuman Tanwar 

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