Bank Strike: केंद्र सरकार की नीतियों से नाराज बैंककर्मियों ने किया कोटा में बैंक बंद
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Bank Strike: केंद्र सरकार की नीतियों से नाराज बैंककर्मियों ने किया कोटा में बैंक बंद

सेंट्रल ट्रेड यूनियनों के संयुक्त मोर्चे ने केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ आज और कल देशव्यापी बंद का आह्वान किया है. दो दिन यानी शनिवार और रविवार पहले ही छुट्टियों के चलते बैंक बंद रहे और दो दिन की हड़ताल की वजह से बैंक बंद कामकाज ठप रहने वाला है.

केंद्र सरकार की नीतियों से नाराज बैंककर्मियों ने किया कोटा में बैंक बंद

Kota: सेंट्रल ट्रेड यूनियनों के संयुक्त मोर्चे ने केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ आज और कल देशव्यापी बंद का आह्वान किया है. दो दिन यानी शनिवार और रविवार पहले ही छुट्टियों के चलते बैंक बंद रहे और दो दिन की हड़ताल की वजह से बैंक बंद कामकाज ठप रहने वाला है.

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बैंक उपभोक्ताओं के सामने ये बड़ी दिक्कत है. उनके बैंकिंग से बड़े कामकाज नहीं हो पा रहे. बंद की वजह से दो दिन बैंकों का कामकाज पूरी तरह ठप रहने वाला है. कोटा में राजस्थान प्रदेश बैंक एम्प्लॉइज यूनियन के आह्वान पर बैंकों को बंद रखा गया है. कोटा जिले में करीब 1 हजार से ज्यादा कर्मचारी हड़ताल में शामिल होकर बैंकिंग सेक्टर के कामकाज को ठप किया है. बैंक कर्मचारियों का कहना है कि ये हड़ताल सरकार को चेतावनी है. अगर मांगे नहीं मानी गई तो अनिश्चित कालीन हड़ताल क रास्ते पर चलने के लिए बैंक कर्मचारी विवश होंगे.

ट्रेड यूनियन सरकार की कुछ नीतियों को तुरंत बदले जाने की मांग कर रही हैं. ट्रेड यूनियनों का कहना है कि निजीकरण करने की और केंद्र सरकार तेजी से काम कर रही है. इसका विरोध लगातार ट्रेड यूनियन कर रहे हैं, लेकिन सरकार इस और ध्यान नहीं दे रही तेजी से बेंको को निजीकरण की राह पर लाकर छोड़ा जा रहा है. इसके साथ एनपीएस बंद कर पुरानी पेंशन लागू करने पब्लिक पर लगाए गए सर्विस चार्जों के विरोध के साथ जमाओ पर ब्याज दर बढ़ाने समेत श्रम विरोधी नीतिओ को बंद करने की मांग की जा रही है. 28 और 29 मार्च यानी आज और कल ये मजदुर और कार्मिक संगठनों की हड़ताल हे और कोटा के कोटरी सर्किल पर बैंक कर्मचारियों ने इसे अपना समर्थन दिया केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

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