पूर्व जिला कलेक्टर की सार्थक पहल, 70 लाख खर्च कर संवारा गया जिला पुस्तकालय
Advertisement

पूर्व जिला कलेक्टर की सार्थक पहल, 70 लाख खर्च कर संवारा गया जिला पुस्तकालय

राजस्थान के जैसलमेर के सबसे व्यस्त हनुमान चौराहा पर स्थित जिला पुस्तकालय की कायापलट की गई है.

कलेक्टर की सार्थक पहल

Jaisalmer: राजस्थान के जैसलमेर के सबसे व्यस्त हनुमान चौराहा पर स्थित जिला पुस्तकालय की कायापलट की गई है. इस इमारत को इतने शानदार ढंग से तैयार किया गया है कि आने वाले समय में जब नए कलेवर वाले इस पुस्तकालय का विधिवत उद्घाटन हो जाने के बाद यह आमजन के लिए सुलभ होगा तो निश्चित ही यहां आने वालों की संख्या में संख्यात्मक और गुणात्मक दोनों रूप में भारी अंतर आ जाएगा.

यह भी पढ़ें - जैसलमेर में अस्पताल में खड़ी कार में लगी आग, 3 फायर ब्रिगेड ने कड़ी मशक्कत के बाद पाया काबू

जैसलमेर के पूर्व कलेक्टर आशीष मोदी की पहल पर अडाणी फाडंडेशन ने सीएसआर मद से इस पुस्तकालय पर निर्माण, रंग-रोगन और साज-सज्जा के साथ फर्नीचर पर 70 लाख रुपये खर्च किए हैं जिससे यह पुस्तकालय अब पूरी तरह से हाइटेक बन गया है और जैसलमेर में इस स्तर का सुविधाओं से युक्त दूसरा पुस्तकालय और लाइब्रेरी सरकारी या निजी क्षेत्र में भी उपलब्ध नहीं है. वर्तमान में यहां कामकाज पूरा हो गया है इंतजार किया जा रहा है इसके बाकायदा उद्घाटन का. संभावना जताई जा रही है कि आगामी दिनों में प्रदेश के मुख्यमंत्री जैसलमेर यात्रा के दौरान इसका उद्घाटन कर सकते हैं.

जिला कलेक्टर डॉ प्रतिभा सिंह ने बताया कि लाइब्रेरी में मॉडर्न कुर्सियों, बैंच और सेंट्रल टेबल को रखवाया गया है. मैन हॉल में सभी किताबों को नई अलमारियों में इस तरह से रखा गया है, जिससे वे आसानी से नजर आ सके. हजारों किताबों को नई अलमारियों में करीने से रखा जा चुका है. ऊपरी मंजिल पर दोनों बड़े कमरों में से एक को हाइटेक बनाया गया है. दूसरे कमरे में पढ़ने की सुविधा बनाई गई है. 

खासकर युवाओं को जिसमें प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लेने वाले अभ्यर्थियों को दी जाएगी. इसमें लॉकर्स की सुविधा भी मुहैया करवा दी गई है. पूरी लाइब्रेरी में एलईडी लाइट का इंतजाम किया गया है जिससे बिजली का खर्च भी कम आए और सभी जगह बेहतरीन रोशनी हो. फिलहाल यहां का काम लगभग पूरा हो गया है और बताया जा रहा है कि आने वाले समय में बहुत जल्द इसका उद्घाटन करके इसको नए तरीके से शुरू किया जाएगा.

यह भी पढ़ें - 45 से पार पहुंचा पारा, आसमान से बरस रही आग, हीट वेव का अलर्ट जारी

भाषा और पुस्तकालय विभाग की ओर से संचालित की जा रही इस लाइब्रेरी में किताबों का विशाल भंडार है. यहां जीवन और प्रकृति से जुड़े सभी विषयों की लगभाग 47 हजार से ज्यादा किताबें हैं. कोलकाता के राजा राममोहन राय पुस्तकालय प्रतिष्ठान की तरफ से सबसे ज्यादा किताबें मुहैया करवाई जा रही है. जैसलमेर में साल 1961 में इस पुस्तकालय की स्थापना की गई यहां अनेक बहुमूल्य किताबें मौजूद है. 

नामी गिरामी संतों और साहित्यकारों में संत तुलसीदास, मुंशी प्रेमचंद, शेक्सपीयर, रबिंद्रनाथ टैगोर, मैक्सिम गोर्की, अज्ञेय, लियो टॉलस्टॉय, निराला, महादेवी वर्मा से लेकर मिर्जा गालिब, सुमित्रानंदन पंत, फिराक गोरखपुरी, रघुवीर सहाय, दुष्यंत कुमार, हरिशंकर परसाई, शरद जोशी, कमलेश्वर, नरेंद्र कोहली आदि के साथ देश-दुनिया के कई प्रसिद्ध हस्तियों और लेखकों की किताबें यहां रखी हुई हैं. पहले इस लाइब्रेरी में 200 से 250 लोग पढ़ने के लिए पहुंचते रहे हैं. पहले जहां साहित्य से जुड़ी किताबें ज्यादा पढ़ी जाती थी, अब उनकी जगह कैरियर से जुड़ी किताबों ने ले ली है. इसके अलावा जैसलमेर में आने वाले सभी समाचार पत्र-पत्रिकाओं को भी पाठकों के लिए उपलब्ध करवाया जाता है.

Report: Shankar Dan

Trending news