Jaisalmer News: जैसलमेर के फलसूण्ड क्षेत्र में व्यवस्थाएं सुधरने के बजाए लगातार बिगड़ती जा रही हैं. दो डॅाक्टरों के भरोसे पर ही चल रहा है सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र. जिसके कारण मरीजों की भीड़ लग जाती है. समय पर इलाज नहीं होने के कारण मरीज नीम हकीम की शरण को मजबूर हो जाते हैं.
Trending Photos
Jaisalmer News: कहने को भले ही सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के तमाम दावे करे, लेकिन जैसलमेर के फलसूण्ड क्षेत्र में व्यवस्थाएं सुधरने के बजाए लगातार बिगड़ती जा रही है. यही वजह है कि फलसूण्ड के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में जहां अब तक पर्याप्त डॉक्टर उपलब्ध नहीं हो सके. वहीं अन्य सुविधाएं भी मरीजों को मुहैया नहीं हो पा रही हैं. स्थिति ये है कि इस सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के तहत करीब एक लाख की आबादी केवल दो डॉक्टर के भरोसे बनी हुई है.
लोगों का कहना है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति जस की तस बनी हुई है. स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तो दर्ज है, लेकिन क्षेत्र के लोगों के लिए यह केवल नाम का साबित हो रहा है. सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में डॉक्टरों की कमी के चलते व घंटो कतारों में लगने के बाद भी समय पर इलाज नहीं मिल पाता है ऐसे में मरीजों को इलाज के लिए या तो जोधपुर या नीम हकीमों की शरण लेने को मजबूर हो जाते हैं. जबकि यहां के वाशिंदे कई बार मांग उठा चुके हैं.
सरपंच ने किया अस्पताल का औचक निरीक्षण
गांव के सरपंच रतनसिंह जोधा ने अस्पताल का निरीक्षण किया तो अस्पताल में मरीजों की भीड़ व कतारों में लगे मरीजों को अपनी बारी का इंतजार करते देखा तो सरपंच जोधा ने दो चिकित्सकों को ओपीडी टाइम में देखने के निर्देश दिए. जिससे सुबह के समय मरीजों की ज्यादा भीड़ होने के कारण मरीजों को समय पर इलाज मिल सके. सरपंच जोधा ने बताया कि जिला कलेक्टर से बात करके फलसूण्ड सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सुविधाएं व अन्य चिकित्सक लगाने को लेकर मांग की.
डॉक्टर के पांच पद स्वीकृत, पदस्थ सिर्फ दो
फलसूण्ड अस्पताल में पांच डाक्टरों के पद स्वीकृत है. लेकिन इस अस्पताल में केवल 2 ही डॉक्टर पदस्थ है. ऐसे में एक चिकित्सक कार्यालय कार्य मे व्यस्त होने के कारण ओपीडी समय नहीं देने से मरीजों की भीड़ लगी रहती है जो दोपहर बाद घंटो इंतजार के बाद नम्बर आता है. एक चिकित्सक के भरोसे 350 से ऊपर मरीजों का भार होने से मरीजों आर्थिक व शारिरिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
चिकित्सा प्रभारी का कहना सीएचसी फलसूण्ड में डॉक्टरों की कमी है. मरीजों की संख्या बढ़ने को लेकर ओपीडी टाइम में दो चिकित्सक चेम्बर में बैठकर मरीजों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सके. जो संसाधन हमारे पास मौजूद है उनसे हम बेहतर सुविधा देने का प्रयास कर रहे हैं.