Rajasthan : पेपर लीक मामले में RLP का हल्लाबोल, अलवर, जोधपुर, सीकर, नागौर, चित्तौड़गढ़ में प्रदर्शन
Advertisement

Rajasthan : पेपर लीक मामले में RLP का हल्लाबोल, अलवर, जोधपुर, सीकर, नागौर, चित्तौड़गढ़ में प्रदर्शन

Rajasthan news : राजस्थान में सैकंड ग्रेड पेपर लीक मामले में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने जोधपुर से लेकर नागौर, अलवर से लेकर सीकर और चित्तौड़गढ़ समेत तमाम शहरों में राजस्थान सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया है. पढ़िए पूरी रिपोर्ट

Rajasthan : पेपर लीक मामले में RLP का हल्लाबोल, अलवर, जोधपुर, सीकर, नागौर, चित्तौड़गढ़ में प्रदर्शन

Rajasthan paper leak : आरपीएससी की ओर से आयोजित सैकंड  ग्रेड टीचर भर्ती में पेपर लीक होने के बाद आरएसपी सुप्रीम हनुमान बेनीवाल के आह्वान पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने राजस्थान के अलग अलग शहरों में धरने प्रदर्शन किए. अलवर से लेकर सीकर, जोधपुर और नागौर से लेकर चित्तौड़गढ़ तक पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती मामले में पेपर लीक को लेकर बीजेपी समेत तमाम विपक्षी पार्टियां लगातार हमलावर है. इधर राजस्थान पुलिस अब भी मुख्य सरगना जयपुर में उमंग कोचिंग संचालक सुरेश ढ़ाका को गिरफ्तार नहीं कर पाई है.

15 लाख रोजगाय या 15 लाख में रोजगार

fallback

 

नागौर- वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा का पेपर आउट होने को लेकर नागौर जिलाध्यक्ष हनुमान भाकर के नेतृत्व में प्रदर्शन किया और राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. हनुमान भाकर ने कहा कि पिछले 10 सालों में जितने भी पेपर लीक हुए है. अभी तक किसी भी मामले में कार्रवाई नहीं हुई है. लगातार सभी भर्ती परीक्षाओं के पेपर आउट हो रहे हैं. लेकिन कोई कार्रवाई न होना बता रहा है कि सरकार में बैठे लोगों की भी मिलीभगत है. कांग्रेस सरकार ने वादा किया था कि वो 15 लाख रोजगार देगी, लेकिन यहां तो 15 लाख रुपए में रोजगार दिया जा रहा है, पेपर बिक रहे है. अनिल बारूपाल, अशोक डांगा , दिनेश गोदारा सहित राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे

सवाई माधोपुर- 

रीट में फूफा ने बिगाड़ा खेल तो इस बार जीजा साले की जोड़ी ने किया पेपर लीक

चित्तौड़गढ़- राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी की ओर से युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष सागर चौधरी के नेतृत्व में राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन सौंपा गया. जिसमें पेपर लीक करने वालों पर कठोर कार्रवाई करने की मांग की गई है. सागर चौधरी ने  कहा कि 4 वर्षों में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बेरोजगारों को रोजगार देने के नाम पर छलावा किया है. आरएएस प्री भर्ती परीक्षा, आरपीएससी, एलडीसी भर्ती परीक्षा, जेल प्रहरी भर्ती परीक्षा, कांस्टेबल भर्ती परीक्षा, लाइब्रेरियन भर्ती परीक्षा, जेईन सिविल भर्ती परीक्षा, रीट भर्ती परीक्षा,कांस्टेबल भर्ती परीक्षा,वनरक्षक भर्ती परीक्षा हो या हाल ही में हुई वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा हो, सभी पेपर लीक हुए है. सरकार नकल माफियाओं पर लगाम लगाने में फेल रही है.

एक चाय का कप और पकड़ा गया पेपर लीक का पूरा गिरोह, पढ़िए कैसे हुआ खुलासा

अलवर- राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी की ओर से कलेक्टर कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर जिला प्रशासन को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया. जिलाध्यक्ष नवनीत सिंह ने बताया की नकल माफियाओं और पेपर आउट करवाने वाले गिरोह पर प्रभावी कानूनी कार्यवाही नहीं होना यह दिखाता है कि सरकार में बैठे नेताओं और अधिकारियों का उन्हें संरक्षण प्राप्त है. नौकरी की आस में कई वर्षो की तैयारी, कोचिंग और उसके लिए शहरों में जाकर लाखों रूपये खर्च करने वाले मेहनतकश अभ्यर्थियों के सपनों पर कुठाराघात हो रहा है और नकल माफियाओं पर शिकंजा कसने के लिए राजस्थान सरकार द्वारा लाया गया नया कानून भी बेअसर नजर आ रहा है.

fallback

सैकेंड ग्रेड टीचर भर्ती परीक्षा लीक में शामिल लोगों की लिस्ट और बस में कैसे सॉल्व हुआ पेपर इनसाइड स्टोरी

सीकर- आरपीएससी सैकंड ग्रेड भर्ती परीक्षा 2022 एग्जाम पेपर लीक मामले को लेकर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सीकर कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन से पहले डाक बंगले से रैली निकाली जो जिला कलेक्ट्रेट तक पहुंची. जिला कलेक्ट्रेट पर कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. जिला अध्यक्ष महेंद्र डोरवाल ने बताया कि पिछले 4 सालों में राजस्थान में कई बड़ी भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक हुए हैं. जिससे लाखों युवाओं के सपने टूटे है. अब सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा में भी पेपर लीक हुआ है. ऐसे में हमारी मांग है कि इसकी सीबीआई जांच हो.

fallback

जोधपुर- पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और भोपालगढ़ विधायक पुखराज गर्ग के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इस दौरान कार्यकर्ता सड़क पर लौट गए और आरोप लगाया कि पिछले चार सालों में पुलिस और एसओजी के नाम पर सिर्फ औपचारिकता की जा रही है.  जबकि इस पेपर लीक आउट मामले में वर्तमान सरकार के मंत्री, विधायक और अधिकारी भी शामिल है. ऐसे में इस मामले की जांच सीबीआई से ही होनी चाहिए. 

Trending news