पेगासस जासूसी पर सियासी संग्राम, Rajasthan में डोटासरा के नेतृत्व में राजभवन का सांकेतिक घेराव
Advertisement

पेगासस जासूसी पर सियासी संग्राम, Rajasthan में डोटासरा के नेतृत्व में राजभवन का सांकेतिक घेराव

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार के मंत्री विधायकों और पदाधिकारियों ने राजभवन का सांकेतिक घेराव करने की कोशिश की तो पुलिस को उन्हें रोकना पड़ा.

जयपुर में सिविल लाइन फाटक पर हुई सभा के बाद कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के नेतृत्व में राजभवन की ओर कूच किया.

Jaipur : राजधानी जयपुर में कांग्रेस (Rajasthan Congress) ने जोरदार प्रदर्शन किया. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार के मंत्री विधायकों और पदाधिकारियों ने राजभवन का सांकेतिक घेराव करने की कोशिश की तो पुलिस को उन्हें रोकना पड़ा. सिविल लाइन फाटक पर हुई सभा में कांग्रेस नेताओं ने जासूसी मामले में केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए गृह मंत्री अमित शाह का इस्तीफा और प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है.

यह भी पढ़ें- Rajasthan की राजनीति में भी Pegasus की गूंज, राजेंद्र राठौड़ ने Congress पर उठाए सवाल 
पेगासेस जासूसी मामले (Pegasus Software) को लेकर देश में मचे हंगामे के बीच आज जयपुर में कांग्रेस ने भी केंद्र सरकार के खिलाफ हल्ला बोल करते हुए राजभवन का सांकेतिक घेराव किया. जयपुर में सिविल लाइन फाटक पर हुई सभा के बाद कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के नेतृत्व में राजभवन की ओर कूच किया. इस दौरान पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में हल्की झड़प हुई. कई मंत्री, विधायक और पदाधिकारियों के साथ ही बड़ी संख्या में कार्यकर्ता इस प्रदर्शन में शामिल हुए. राजभवन की ओर कूच कर रहे कांग्रेसियों को पुलिस ने सिविल लाइंस फाटक पर ही आगे बढ़ने से रोक दिया. कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने पुलिस से धक्का-मुक्की कर आगे बढ़ने का प्रयास किया.

इससे पहले सिविल लाइंस फाटक से पहले एक स्थान पर हुई जनसभा को संबोधित करते हुए पीसीसी अध्यक्ष डोटासरा ने कहा कि जासूसी मामले से यह साबित हो गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने मंत्रिमंडल से हटाए गए अपने ही मंत्रियों की भी जासूसी कराई थी. उन्होंने कहा कि सच्चाई सामने आनी चाहिए कि आखिर मंत्रियों को हटाने का आधार क्या था. डोटासरा ने ये चुनोती भी दी कि उनके खिलाफ किसी भी मामले की जाँच करा लें, लेकिन निम्बाराम को तो सामने लाएं.

पीसीसी अध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने कहा कि अब तो जजों के भी फोन टेप कराए गए हैं. इससे अब अदालतों के फैसले पर भी सवाल उठ रहे हैं. मोदी राज में कोई सुरक्षित नहीं है. मोदी सरकार विपक्ष के नेताओं के साथ-साथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की जासूसी करवा रही हैय पीसीसी अध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने कहा कि लोगों की निजता भंग करना किसी देशद्रोह से कम नहीं हैय इस पूरे मामले में पीएम मोदी और अमित शाह की मिलीभगत सामने आ गई है. उन्होंने मांग की कि इस पूरे मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के जज से करानी चाहिए.

परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ऊर्जा मंत्री डॉक्टर बी डी कल्ला और निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने भी भाजपा और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि भाजपा और संघ का जासूसी का पुराना रिकॉर्ड रहा है. अंग्रेजों के जमाने से जासूसी करते आ रहे हैं लेकिन अब नरेंद्र मोदी और अमित शाह को अंतर्राष्ट्रीय जासूस होने की पहचान मिल गई है.

सिविल लाइन फाटक पर आयोजित इस सभा में आज कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं का जोश नजर आया. कार्यकर्ता अपने नेताओं के समर्थन में नारेबाजी करते हुए नजर आए तो मुख्य सचेतक नहीं जोशी को उन्हें रोकना पड़ा. महेश जोशी ने कहा कांग्रेस पार्टी और सोनिया गांधी जिंदाबाद के नारे लगाइए व्यक्तिगत नारेबाजी सही नहीं है.

आज के इस धरना प्रदर्शन में कांग्रेस नेताओं के मंत्री विधायक और पीसीसी पदाधिकारियों के अलावा आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत भी नजर आए. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत स्वास्थ्य कारणों से प्रदर्शन में शामिल नहीं हुए तो सचिन पायलट जयपुर में होने के बावजूद कार्यक्रम में नहीं आए. कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि जासूसी मामले को लेकर कांग्रेस ने आक्रामक तेवर दिखाकर यह साफ कर दिया है कि इस मुद्दे पर वह आने वाले दिनों में भी लगातार सड़कों पर प्रदर्शन करने वाली है.

यह भी पढ़ें- Pegasus Software जासूसी पर केंद्र सरकार पर हमलावर हुए Pilot, बोले- SC करवाए जांच

Trending news