सरकार के लिए गले की फांस बना विधायकों की खरीद फरोख्त का मामला, CM गहलोत को कोर्ट का नोटिस
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सरकार के लिए गले की फांस बना विधायकों की खरीद फरोख्त का मामला, CM गहलोत को कोर्ट का नोटिस

राजस्थान में विधायकों की कथित खरीद फरोख्त का मामला एक बार फिर से सुर्खियों में है. जयपुर के अतिरिक्त सत्र न्यायालय क्रम-3 की अदालत ने इस मामले से जुड़ी निगरानी याचिका में नोटिस जारी किए हैं.

सीएम अशोक गहलोत और ओएसडी लोकेश शर्मा

Jaipur: राजस्थान में विधायकों की कथित खरीद फरोख्त का मामला एक बार फिर से सुर्खियों में है. जयपुर के अतिरिक्त सत्र न्यायालय क्रम-3 की अदालत ने इस मामले से जुड़ी निगरानी याचिका में नोटिस जारी किए हैं. इसमें गृह मंत्री के तौर पर  मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कैबिनेट मंत्री महेश जोशी, पूर्व मुख्य सचिव, राजीव स्वरूप, पूर्व गृह सचिव रोहित कुमार सिंह, पूर्व डीजीपी भूपेंद्र सिंह, SOG के एडीजी अशोक राठौर, एसओजी थाना एसएचओ रविंद्र कुमार भूरिया और मुख्यमंत्री के ओएसडी लोकेश शर्मा के खिलाफ नोटिस जारी किए हैं.

एडवोकेट ओपी सोलंकी की ओर से दायर याचिका पर 16 मार्च की सुबह 10:30 बजे मामले की सुनवाई होगी. बता दें कि वकील ओपी सोलंकी ने बीते साल फोन टैपिंग मामले में निचली अदालत में अर्जी दाखिल कर सरकारी दस्तावेजों को सार्वजनिक करने के मामले में राजद्रोह का मामला दर्ज करने की शिकायत पेश की थी, जिसे निचली अदालत ने खारिज कर दिया था.

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ओपी सोलंकी की निगरानी याचिका पर कोर्ट ने जारी किया नोटिस

निचली अदालत के आदेश को चुनौती देते हुए ओपी सोलंकी ने एडीजी क्रम-3 में निगरानी याचिका दायर की, जिसपर अतिरिक्त सत्र न्यायालय क्रम-3 ने गृहमंत्री के तौर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कैबिनेट मंत्री महेश जोशी, पूर्व मुख्य सचिव, पूर्व डीजीपी भूपेंद्र सिंह समेत एसओजी के एडीजी अशोक राठौर और मुख्यमंत्री लोकेश शर्मा के खिलाफ नोटिस जारी किया है.

दिल्ली क्राइम ब्रांच ने जारी किया था नोटिस

गौरतलब है कि राजस्थान में पिछले साल कांग्रेस के सियासी घमासान के दौरान कथित ऑडियो जारी होने के मामले में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की ओर से लोकेश शर्मा सहित कई लोगों के खिलाफ फोन टैपिंग के आरोप में एफआईआर दर्ज करवाई थी. फोन टेपिंग मामले में लोकेश शर्मा के अलावा मुख्य सचेतक महेश जोशी को भी दिल्ली क्राइम ब्रांच की ओर से नोटिस जारी किया था. 

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6 दिसंबर को लोकेश शर्मा से क्राइम ब्रांच ने की थी पूछताछ
बता दें कि 6 दिसंबर को दिल्ली क्राइम ब्रांच ने लोकेश शर्मा से तीन घंटों तक पूछताछ की थी. क्राइम ब्रांच ने शर्मा से पूछा कि उन्हें ये ऑडियो कहां से मिले थे इनका सोर्स क्या था. जो बातचीत ऑडियो में थी वो क्या वो फ़ोन टैपिंग के जरिए रिकॉर्ड की गई थी. पूछताछ में लोकेश शर्मा ने फ़ोन टैपिंग के आरोपों को सिरे से खारिज किया था और कहा कि ये ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे थे. जो उन्होंने मीडिया को उपलब्ध कराए थे. 

Reporter- Mahesh Pareek

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