विकसित भारत के लिए हर महिला का शिक्षित होना जरूरी, वोट के अधिकार को भी समझे महिलाएं - बिड़ला
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विकसित भारत के लिए हर महिला का शिक्षित होना जरूरी, वोट के अधिकार को भी समझे महिलाएं - बिड़ला

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि देश में जब तक महिला शिक्षित नहीं होगी, तब समाज में परिवर्तन नहीं हो सकता. विकसित भारत के नवनिर्माण में महिलाओं की भागीदारी जरूरी है, इसलिए प्रत्येक महिला को शिक्षित होना जरूरी है.

विकसित भारत के लिए हर महिला का शिक्षित होना जरूरी, वोट के अधिकार को भी समझे महिलाएं - बिड़ला

Jaipur: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि देश में जब तक महिला शिक्षित नहीं होगी, तब समाज में परिवर्तन नहीं हो सकता. विकसित भारत के नवनिर्माण में महिलाओं की भागीदारी जरूरी है, इसलिए प्रत्येक महिला को शिक्षित होना जरूरी है. बिरला ने कहा कि संविधान ने महिलाओं को समानता के साथ ही मताधिकार का अधिकार दिया है. महिलाओं को समझना होगा कि उनके वोट से सरकारें बनती हैं, ऐसे में वो अपने वोट का अधिकार और कीमत को समझें. जयपुर में रविवार को डॉ. बीआर अंबेडकर जयंती समारोह समिति की ओर से आयोजित संविधान कथा कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने यह बात कही.

 कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं मौजूद थी. बिरला ने कहा आजादी के 75 साल बाद भारत की महिलाएं चाहे शिक्षा हो विज्ञान हो या फिर सामाजिक क्षेत्र, तमाम क्षेत्रों के अंदर नेतृत्व कर रही है.  महिलाओं से समाज में परिवर्तन की अपेक्षा और आशा है. आजादी की 75 वर्ष की लोकतंत्र की यात्रा के अंदर महिलाओं के जीवन में परिवर्तन आया है. महिलाओं को समानता का अधिकार मिला, यह बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की देन है. बाबा साहब ने संविधान बनाने के पहले भी 1927 में महिला शिक्षा और महिला समानता के लिए संघर्ष किया. आजादी के पहले भी महिलाओं के निर्माण की  अलख जगाई।बाबा साहब ने कहा था समाज में परिवर्तन एवं भारत को विकसित देश बनाने तथा भारत का नव निर्माण करना है तो हर महिला को शिक्षित होना पड़ेगा.

लोकसभा अध्यक्ष ने कहा महिलाओं को हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए चाहे बैंक में खाता खुलवाने की बात हो या फिर शौचालय निर्माण की बात, महिलाओं के सम्मान की रक्षा हो रही है. केंद्र की मोदी सरकार ने ऐसी कई योजनाएं शुरू की है, जिससे महिलाएं आत्मनिर्भर बन सके. बाबासाहेब अबेडकर ने अपने संविधान के जरिए महिलाओं को समानता और मताधिकार का अधिकार दिया इसलिए हमारा संविधान प्रेरणादायक है. संविधान में सब को मताधिकार और समानता का अधिकार, लैंगिक और जाति के आधार पर भेदभाव खत्म करने का काम बाबासाहेब आंबेडकर ने किया है.

सत्ता और संघर्ष का रास्ता 
बिरला ने कहा कि देश की हर महिला को अपने अधिकार की जानकारी होनी चाहिए कि संविधान में उन्हें क्या अधिकार दिए गए। गांव गांव इसकी अलख जगानी होगी। महिलाओं को अधिकार दिलाने के लिए बाबा साहब ने संघर्ष का जो रास्ता बताया है वो रास्ता अपनाना होगा.  विकसित भारत में सबसे बड़ा योगदान महिलाओं का है. बिरला ने कार्यक्रम में मौजूद महिलाओं से कहा कि आपके वोट से सरकार बनती है और सरकारें बिगड़ती है.  भारत अपने बलबूते ताकतवर बनाना है तो 
महिलाओं के सामर्थ्य को जगाना होगा
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे भाजपा प्रदेशाध्यक्ष् सतीश पूनिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने देश में उज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन देकर चूल्हा फूंकने से बचाया, स्वच्छ भारत निर्माण के तहत शौचालय बनवाकर महिलाओं को इज्जत और सम्मान दिया. करोड़ों लोगों को पीएम आवास के जरिए छत उपलब्ध बनवाई. इसके अलावा भी कई योजनाएं जिनसे महिलाओं का सामाजिक उत्थान और सुरक्षा के लिए काम किया गया. सांसद रामचरण बोहरा और डॉ बीआर अम्बेडकर जयंती समारोह समिति के अध्यक्ष लालचंद असवाल ने भी महिला शक्ति को जागृत होकर अधिकारों के लिए संघर्ष करने का आह्वान किया. वहीं, महिलाओं को कम मानदेय पर काम करवाने को उनके अधिकारों का हनन बताया.

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