बेटे की राजनीति एंट्री के लिए जिद्दोजहद में लगा चोमूं का ये नेता, कांग्रेस पदाधिकारियों ने बनाई दूरी
Advertisement

बेटे की राजनीति एंट्री के लिए जिद्दोजहद में लगा चोमूं का ये नेता, कांग्रेस पदाधिकारियों ने बनाई दूरी

Chomu news: राहुल गांधी को संसद से निष्कासित करने के मामले के बाद कांग्रेस सड़कों पर  प्रदर्शन करने में लगी हुई है, वहीं चौमू के पूर्व विधायक अपने बेटे की पॉलिटिकल एंट्री को लेकर खासे चितिंत है. वह बेटे के लिए कांग्रस के कार्यक्रम भाग ले रहे है, लेकिन वहीं इन कार्यक्रमों में पर्टी के पदाधिकारियों ने दूरी बना ली है. 

बेटे की राजनीति एंट्री के लिए जिद्दोजहद में लगा चोमूं का ये नेता, कांग्रेस पदाधिकारियों ने बनाई दूरी

Chomu news: राहुल गांधी को संसद से निष्कासित करने के मामले के बाद कांग्रेस सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रही है.इसी कड़ी में राजधानी जयपुर के चौमूं में भी कॉन्ग्रेस कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.हालांकि इस विरोध प्रदर्शन में पूर्व विधायक भगवान सहाय सैनी की पोल खुलकर सामने आ गई.

यह भी पढ़ें- बांसवाड़ा संभाग में शामिल होंगे ये इलाके, प्रतापगढ़ और डूंगरपुर में भी होंगे बड़े बदलाव

पूर्व विधायक विरोध प्रदर्शन में भी कांग्रेस कार्यकर्ता और पदाधिकारियों को एकजुट नहीं कर पाए.कांग्रेस के अधिकांश पार्षद और ब्लॉक कांग्रेस के पदाधिकारी इस विरोध प्रदर्शन में शामिल नहीं हुए.इस को लेकर भी कांग्रेसियों के बीच चर्चा रही..क्योंकि पूर्व विधायक भगवान सहाय सैनी और ब्लॉक कांग्रेस के पदाधिकारीयो के साथ-साथ कांग्रेस के अधिकांश पार्षदों से उनकी अदावत चल रही है.

 इन दिनों पूर्व विधायक भगवान सहाय सैनी अपने नगर पालिका चेयरमैन पुत्र को लॉन्चिंग करने की तैयारी कर रहे हैं. भले ही वह कांग्रेस का हाथ से हाथ जोड़ अभियान हो..या फिर कोई कांग्रेस का धरना प्रदर्शन ...सभी जगह अपने पुत्र को आगे रखते हैं.लेकिन बेटे की लॉन्चिंग से पहले ही कार्यक्रम किसी दूसरे के हाथों में चला जाता है.. आज भी विरोध प्रदर्शन के दौरान डरो मत लिखी हुई तख्तियां पर डॉ हनुमान बराला का नाम लिखा हुआ था.. डॉक्टर हनुमान बराला और शिखा मील बराला भी इस बार कांग्रेस से जुड़ कर विधानसभा चुनाव में ताल ठोकने के लिए तैयार है.

वहीं भगवान सहाय सैनी से जब पूछा गया कि राहुल गांधी पर किस बात की कार्रवाई की गई है..अगर उन्हें बहाल नहीं किया गया तो सड़कों पर आंदोलन होता रहेगा..नेताजी विरोध प्रदर्शन करने तो आ गए ..लेकिन आखिर पता नहीं था मसला क्या है.

यह भी पढ़ें- Ajmer: शहीद मेजर नटवर सिंह शक्तावत गार्म के नाम से जाना जाएगा अपेक्स बैंक से ब्राविया रेजिडेंसी तक का रास्ता

Trending news