जयपुर- मानव बाल का बिजनेस जोरों पर, जयपुर एयरपोर्ट पर बढ़ा कार्गो का मूवमेंट
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जयपुर- मानव बाल का बिजनेस जोरों पर, जयपुर एयरपोर्ट पर बढ़ा कार्गो का मूवमेंट

Jaipur news: जयपुर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर अब यात्रीभार के साथ ही कार्गो का मूवमेंट भी बढ़ रहा है. पिछले माह एयरपोर्ट प्रशासन ने डोमेस्टिक कार्गो टर्मिनल शुरू किया था. पहले महीने में इससे कुल 1131 मीट्रिक टन कार्गो का परिवहन किया गया है.

जयपुर- मानव बाल का बिजनेस जोरों पर, जयपुर एयरपोर्ट पर बढ़ा कार्गो का मूवमेंट

Jaipur news: जयपुर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर अब यात्रीभार के साथ ही कार्गो का मूवमेंट भी बढ़ रहा है. पिछले माह एयरपोर्ट प्रशासन ने डोमेस्टिक कार्गो टर्मिनल शुरू किया था. पहले महीने में इससे कुल 1131 मीट्रिक टन कार्गो का परिवहन किया गया है. किन उत्पादों को जयपुर से बाहर भेजा जा रहा है और किस तरह के कार्गो की हो रही है. जयपुर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर अब विमान संचालन और यात्रीभार में बढ़ोतरी के साथ ही कार्गो का मूवमेंट भी बढ़ रहा है. जयपुर एयरपोर्ट प्रशासन ने पिछले महीने 1 अगस्त से डोमेस्टिक कार्गो टर्मिनल शुरू किया था. इससे पहले एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की सब्सिडरी कम्पनी एएआईक्लास का कार्गो टर्मिनल चल रहा था.

 अडानी समूह द्वारा शुरू किए गए नए कार्गो टर्मिनल से अगस्त महीने में 1131 मीट्रिक टन कार्गो का आवागमन हुआ है. हालांकि अभी एयरपोर्ट प्रशासन ने केवल घरेलू शहरों के लिए ही कार्गो का आवागमन शुरू किया है. इंटरनेशनल कार्गो टर्मिनल शुरू करने के लिए भी एयरपोर्ट प्रशासन यहां बिल्डिंग का विस्तार कर सकता है. माना जा रहा है कि अगले साल से इंटरनेशनल कार्गो टर्मिनल भी शुरू हो सकेगा. रोचक बात यह है कि कार्गो में जिन वस्तुओं का आवागमन हो रहा है, वह मानव बाल हैं. मानव बाल ऐसी वस्तु है, जिसे तीसरा सबसे अधिक जयपुर से बाहर भेजा जा रहा है. पहले स्थान पर मोबाइल और लैपटॉप को जयपुर से बाहर कार्गो के जरिए भेजा जा रहा है.

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जयपुर एयरपोर्ट से 1131 मीट्रिक टन कार्गो का परिवहन

- अगस्त माह में 745 टन कार्गो को जयपुर से बाहर भेजा गया

- 386 टन कार्गो अन्य शहरों से जयपुर एयरपोर्ट पर आया

- सर्वाधिक 124.5 मीट्रिक टन मोबाइल-लैपटॉप कार्गो से भेजे गए

- दूसरे नंबर पर जैम्स एंड ज्वैलरी सहित 51.5 टन कीमती सामान भेजे

- तीसरे नंबर पर 44 मीट्रिक टन मात्रा में मानव बाल भेजे गए

- चौथे नंबर पर 42 मीट्रिक टन ऑटो पार्ट्स भेजे गए

- ई-कॉमर्स उत्पाद, मानव अवशेष, पेरिशेबल आइटम्स, बायोलॉजिकल आइटम्स

- हैंडीक्राफ्ट्स, गारमेंट्स, डाक और पैक्ड फूड कंटेनर भेजे गए

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वहीं कार्गो में जयपुर आने वाले आइटम्स में भी विभिन्न प्रकार की सामग्री रही है. 386 मीट्रिक टन कार्गो का आगमन हुआ, इसमें 239 मीट्रिक टन मात्रा सामान्य कार्गो आइटम्स की रही. 28 मीट्रिक टन पेरिशेबल आइटम्स और 16 मीट्रिक टन कीमती सामान आया है. इसी तरह आने वाले कार्गो में मोबाइल फोन और लैपटॉप की मात्रा करीब 6 मीट्रिक टन रही. आपको बता दें कि जयपुर एयरपोर्ट पर पिछले माह से शुरू किए गए कार्गो टर्मिनल से हर माह 2300 मीट्रिक टन कार्गो का आवागमन किया जा सकता है. यहां पर कार्गो की स्कैनिंग और हैंडलिंग के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं. ऐसे में जब एयरपोर्ट प्रशासन नए टर्मिनल भवन में इंटरनेशनल कार्गो की शुरुआत भी करेगा, तब जयपुर एयरपोर्ट से कार्गो का मूवमेंट और अधिक हो सकेगा.

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