Jaipur: वन विभाग के कर्मचारियों ने 15 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेशभर में किया कार्य का बहिष्कार
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Jaipur: वन विभाग के कर्मचारियों ने 15 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेशभर में किया कार्य का बहिष्कार

Jaipur News: वन विभाग के कर्मचारियों ने 15 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेशभर में कार्य बहिष्कार किया और धरने प्रदर्शन पर बैठ गए. प्रदेशभर के वन विभाग के कर्मचारियों ने सोमवार से मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर आने से वन और वन्यजीव क्षेत्रों में सन्नाटा छा गया. 

 

Jaipur: वन विभाग के कर्मचारियों ने 15 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेशभर में किया कार्य का बहिष्कार

Jaipur: 15 सूत्रीय मांगों को लेकर वन विभाग के कर्मचारियों ने प्रदेशभर में कार्य बहिष्कार कर धरने प्रदर्शन पर बैठे. प्रदेशभर के वन विभाग के कर्मचारियों ने सोमवार से 15 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर आने से वन और वन्यजीव क्षेत्रों में सन्नाटा छा गया. वन और वन्यजीव क्षेत्रों में वनकर्मी नहीं होने से वन माफियाओं की अवैध गतिविधिया बढने की भी आंशका बढ जाती है. ऐसे में वन और वन्यजीवों की जान को खतरा बढ जाता है.

कार्य बहिष्कार के चलते कामकाज ठप वन्यजीवों की सुरक्षा खतरे में

वन कर्मचारियों के धरने और कार्य बहिष्कार के चलते वन विभाग के सभी कार्य प्रभावित हो रहे हैं. जयपुर में झालाना, जयपुर चिड़ियाघर समेत प्रदेशभर में कर्मचारी धरने पर बैठे हुए हैं. हड़ताल के चलते जोधपुर से जयपुर लॉयन लाने का कार्य भी कैंसिल हो गया. वन विभाग की टीम सोमवार को नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के लिए लॉयन लाने के लिए टीम को जोधपुर रवाना होना था लेकिन हड़ताल के चलते टीम रवाना नहीं हो पाई .

 

राजस्थान अधीनस्थ कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि पुलिस और पटवारी के समान वेतनमान की मांग, मैस भत्ता, हार्ड ड्यूटी एलाउंस, वर्दी भत्ता, ग्रेड पे, राष्ट्रीय उद्यानों में निशुल्क प्रवेश, वन विभाग के वाहन चालकों को योग्यता अनुसार पदोन्नति समेत विभिन्न मांगों को लेकर कर्मचारी आंदोलनरत हैं. वन विभाग के कर्मचारी 19 सितंबर 2022 से आंदोलन कर रहे हैं. संयुक्त संघर्ष समिति के तत्वाधान में वन विभाग के कर्मचारी अपनी 15 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. सरकार की ओर से अनदेखी की जा रही है, जिसके चलते वन विभाग के कर्मचारी में भारी आक्रोश है.यदि वन और वन्यजीवों की जान को कोई भी खतरा होता है तो सरकार और वन विभाग प्रशासन इसका जिम्मेदार होगा.सरकार को वनों की सुरक्षा के लिए वनकर्मियों की मांगों पर सकारात्मक पहल करने की आवश्यकता होगी ताकि वनों में अवैध गतिविधियों को बढने से रोका जा सके.

वन प्रशासन ने अन्य एजेंसियों से सुरक्षा गार्ड लगाने निर्देश दिए

प्रदेशभर में वन कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर 15 सूत्रीय मांगों को लेकर धरने प्रदर्शन पर बैठे.वन विभाग के पीसीसीएफ और मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक अरिंदम तोमर ने आदेश जारी कर वन विभाग के अधिकारियों को वन और वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए होमगार्ड, बार्डर होमगार्ड,सिविल डिफेंस,भूतपूर्व सैनिक, ईडीसी सदस्यों का सहयोग लेकर वनों की सुरक्षा में लगाने के निर्देश जारी किए है.जिससे वन और वन्यजी क्षेत्रों में अवैध गतिविधियो को रोका जा सके.वनों में अवैध गतिविधि खनन,अतिक्रमण और शिकार जैसी घटना नहीं हो उसको ध्यान में रखते हुए सुरक्षा बढाने के वन अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए हैं.

 

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