जयपुर- हवाई मार्ग से जुड़ेंगे बरेली, जोधपुर जैसे शहर, जयपुर से बढ़ेगी छोटे विमानों की कनेक्टिविटी
Jaipur news: जयपुर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर आने वाले समय में एयर कनेक्टिविटी में और उछाल देखने को मिलेगा. खास बात यह है कि हवाई सेवा में अब छोटे विमानों की भूमिका बढ़ती जा रही है.
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Jaipur news: जयपुर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर आने वाले समय में एयर कनेक्टिविटी में और उछाल देखने को मिलेगा. खास बात यह है कि हवाई सेवा में अब छोटे विमानों की भूमिका बढ़ती जा रही है. जयपुर एयरपोर्ट से आने वाले महीनों में छोटे विमानों का शेयर और अधिक बढ़ेगा. दरअसल एयरलाइंस आमतौर पर 2 तरह के विमान संचालित करती हैं. इनमें एक बड़े आकार के विमान जो कि 180 सीट से लेकर 232 सीट क्षमता के होते हैं.
जबकि दूसरे छोटे आकार के विमान जो कि 74 सीट से लेकर 90 सीट क्षमता के होते हैं. अब तक छोटे विमानों की संख्या काफी सीमित चल रही थी. लेकिन अब एयरलाइंस छोटे विमानों के जरिए नजदीकी छोटे-छोटे शहरों को हवाई सेवा से जोड़ने का कार्य कर रही हैं. इससे छोटे विमानों का हवाई सेवाओं में औसत बढ़ता जा रहा है. जयपुर एयरपोर्ट से अभी रोजाना औसतन 54 फ्लाइट्स का संचालन हो रहा है.
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सर्दियों में विंटर शेड्यूल में फ्लाइट्स की यह संख्या 65 तक पहुंच सकती है. अभी 54 फ्लाइट्स में 15 फ्लाइट छोटे विमानों के जरिए चल रही हैं. सर्दियों में छोटे विमानों से फ्लाइट संचालन की संख्या 20 से अधिक हो सकती है. दरअसल इंडिगो एयरलाइंस लगातार अपने बेड़े में छोटे एटीआर विमानों की संख्या बढ़ा रही है. इसके अलावा अलायंस एयर के पास भी ज्यादातर छोटे विमान ही उपलब्ध हैं. इसी तरह स्पाइसजेट भी क्यू-400 श्रेणी के छोटे विमान संचालित करती है.
विमानों में अंतर कैसे ?
- एयर इंडिया, विस्तारा, एयर एशिया, इंडिगो के पास बड़े विमान उपलब्ध
- बड़े विमान बोइंग 737 या एयरबस 320 श्रेणी के होते हैं संचालित
- ये 180 सीट से लेकर 232 सीट क्षमता तक के होते हैं
- इसके संचालन का खर्च अधिक, इसलिए इन्हें 1 घंटे से अधिक दूरी के लिए चलाया जाता
- वहीं छोटे विमानों की श्रेणी में ATR-72 और Q-400 श्रेणी के विमान शामिल
- इंडिगो और अलायंस एयर ATR-72 श्रेणी के विमान करती हैं संचालित, ये हैं 74 सीटर
- वहीं स्पाइसजेट Q-400 विमान करती संचालित, ये हैं 90 सीटर विमान
- अब एयरलाइंस ATR-72 या Q-400 श्रेणी के विमानों की संख्या बढ़ा रही
- इनसे कम खर्च में नजदीकी शहरों के लिए फ्लाइट संचालित करना संभव
आगामी विंटर शेड्यूल जो कि 29 अक्टूबर से देशभर के एयरपोर्ट्स पर लागू होगा, तब छोटे विमानों से फ्लाइट संचालन और अधिक बढ़ने की संभावना है. अभी जयपुर से दिल्ली, भोपाल, इंदौर, चंडीगढ़, पंतनगर, बरेली, जोधपुर, उदयपुर, अहमदाबाद, देहरादून, लखनऊ आदि नजदीकी शहरों के लिए कुल 15 फ्लाइट छोटे विमानों के जरिए संचालित हो रही हैं. वहीं आने वाले विंटर शेड्यूल में आगरा, खजुराहो, वाराणसी और जैसलमेर के लिए भी फ्लाइट शुरू होंगी. ये फ्लाइट्स भी छोटे विमानों के जरिए ही संचालित होने की संभावना है. इस तरह आगामी सीजन में छोटे विमानों के जरिए करीब 20 फ्लाइट संचालित हो सकेंगी.
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छोटे विमानों से सुविधा, लेकिन परेशानी भी !
- ATR-72 या Q-400 श्रेणी के छोटे विमान नजदीकी शहरों के लिए सुविधाजनक
- लेकिन कई बार एसी काम नहीं करने की यात्रियों की आती हैं शिकायतें
- विमान से यात्रियों के उतरने और नए यात्रियों के बैठने के बीच कई बार एसी ठप होता
- कई नेताओं और सेलिब्रिटीज ने इन विमानों को लेकर ऐसे ट्वीट्स किए
- दरअसल ग्राउंड पॉवर यूनिट नहीं मिलने पर विमान को एसी काम नहीं करता
- यह शिकायत दूर हो तो छोटे विमानों से यात्रा हो और सुखद