Jaipur: लाइसेंस के अड़ंगे से भक्तों को नहीं मिल पा रहा था गोविंद का प्रसाद, मंत्री डॉ महेश जोशी ने मंदिर में प्रसाद वितरण कराये
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Jaipur: लाइसेंस के अड़ंगे से भक्तों को नहीं मिल पा रहा था गोविंद का प्रसाद, मंत्री डॉ महेश जोशी ने मंदिर में प्रसाद वितरण कराये

गोविंददेव जी मंदिर में तीन साल बाद गोविंद के भक्तों को निःशुल्क मुहैया करवाया जाएगा. जलदाय मंत्री डॉ. महेश जोशी ने अब अहम मुहिम छेड़ी है. वर्ष 2018 में प्रसाद बांटने के लिए एफएसएसआई से लाइसेंस लेने का अड़ंगा लगाया था. इसके बाद कुछ दिनों तक भक्तों को प्रसाद मिला. इसके बाद वर्ष-2020 से भक्तों को गोविंद का प्रसाद नहीं मिल पा रहा है.

Jaipur: लाइसेंस के अड़ंगे से भक्तों को नहीं मिल पा रहा था गोविंद का प्रसाद, मंत्री डॉ महेश जोशी ने मंदिर में प्रसाद वितरण कराये

Jaipur News: शहर आराध्य गोविंददेव जी मंदिर में तीन साल बाद गोविंद के भक्तों को निःशुल्क खुला लड्डू प्रसाद ग्वाल और धूप झांकी में मुहैया करवाया जाएगा. इस बीच भारतीय खाद्य संरक्षक मानक प्राधिकरण द्वारा लाइसेंस लेने के बाद ही मंदिर में प्रसाद वितरण को आराध्य गोविंदेवजी मंदिर प्रबंधन ने पारंपरिक प्रथा के खिलाफ बताया. जलदाय मंत्री महेश जोशी ने भी पूरे मामले में समर्थन किया.

 मंदिरों को इंस्पेक्टर राज से मुक्त कराने की जलदाय मंत्री डॉ. महेश जोशी ने अब अहम मुहिम छेड़ी है. वर्ष 2018 में प्रसाद बांटने के लिए एफएसएसआई से लाइसेंस लेने का अड़ंगा लगाया था. इसके बाद कुछ दिनों तक भक्तों को प्रसाद मिला. इसके बाद वर्ष-2020 से भक्तों को गोविंद का प्रसाद नहीं मिल पा रहा है.

 भक्त लड्डू प्रसाद फिर से शुरू करने को लेकर मांग कर रहे हैं. बढ़ते विरोध के बाद मंदिर प्रबंधन ने जोशी को ज्ञापन सौंपा था. इसके बाद आज जोशी मंदिर पहुंचे और श्रद्धालुओं को खुला लड्डू प्रसादम बांटा. प्रसाद पाकर श्रद्धालुओं को आत्म संतुष्टि मिली. जोशी की ओर से रोजाना मंदिर के मुख्य द्वार के बाहर 30 किलो से अधिक प्रसाद निःशुल्क प्रसाद मिलेगा.

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 प्रसाद रविवार, एकादशी, अमावस्या, पूर्णिमा और अन्य मुख्य उत्सवों पर नहीं मिलेगा. इधर भक्तों ने कहा कि लाइसेंस संबंधी प्रक्रिया में आस्था से खिलवाड़ न हो, सशुल्क लडडू मिले. मंदिर प्रबंधन के मुताबिक लाइसेंस दुकानदारों और व्यापारियों द्वारा लिया जाता है.इस लाइसेंस से सरकारी हस्तक्षेप मंदिर प्रबन्धन पर भी पडे़गा इसलिए इसे वापस लें,सीएम को भी पत्र लिखा गया था.

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