क्या फिर कोरोना हॉटस्पॉट बन जाएगा जयपुर! तीन दिन के अंदर इतने नए संक्रमित दर्ज
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क्या फिर कोरोना हॉटस्पॉट बन जाएगा जयपुर! तीन दिन के अंदर इतने नए संक्रमित दर्ज

महज पिछले तीन दिन के अंदर जयपुर में 99 नए कोरोना संक्रमित दर्ज किए गए हैं. जयपुर के जगतपुरा, मानसरोवर, सांगानेर और वैशाली नगर क्षेत्र में कोरोना के सबसे ज्यादा संक्रमित केस दर्ज किये गये हैं. 

क्या फिर कोरोना हॉटस्पॉट बन जाएगा जयपुर! तीन दिन के अंदर इतने नए संक्रमित दर्ज

Jaipur: राजस्थान में एक बार फिर कोरोना का असर देखने को मिल रहा है. कोरोना का सबसे ज्यादा असर राजधानी जयपुर में देखने को मिल रहा है, जहां अप्रैल माह के 27 दिनों में 348 कोरोना संक्रमित मरीजों के मामले दर्ज किये गये हैं. 

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पिछले तीन दिनों की बात करें तो राजधानी जयपुर में कोरोना की तस्वीर बदलती हुई नजर आ रही है. महज पिछले तीन दिन के अंदर जयपुर में 99 नए कोरोना संक्रमित दर्ज किए गए हैं. जयपुर के जगतपुरा, मानसरोवर, सांगानेर और वैशाली नगर क्षेत्र में कोरोना के सबसे ज्यादा संक्रमित केस दर्ज किये गये हैं. 

बात करें जयपुर में कोरोना की वर्तमान स्थिति की तो मंगलवार तक जयपुर में कुल 20 कोरोना संक्रमित मरीज भर्ती थे, जिनमें से 6 मरीज जनरल वार्ड में, 7 ऑक्सीजन बेड पर, तीन वेंटीलेटर पर और चार आईसीयू वार्ड में भर्ती थे. देश में कोरोना की वर्तमान स्थिति को देखते हुए पीएम मोदी ने भी वीसी के जरिए समीक्षा की थी. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मुंबई से इस वीसी में जुड़े थे.

क्या कहना है CMHO प्रथम डॉ. नरोत्तम शर्मा का
पूरी दुनिया में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) के विशेषज्ञों की एक रिपोर्ट ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है. रिपोर्ट के मुताबिक़, ओमिक्रॉन के खिलाफ वैक्सीन की दोनों खुराक उतनी असरदार नहीं है, जितनी डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ थी. विशेषज्ञों ने लोगों को बूस्टर यानि तीसरी डोज लगाने की सलाह दी है लेकिन राजस्थान की बात करें तो यहां के करीब 7 लाख लोगों ने अभी तक पहली डोज तक नहीं ली है. वहीं करीब 76 लाख से अधिक ने दूसरी डोज वैक्सीन की नहीं लगवाई है. देशभर और राजस्थान प्रदेश में एक बार फिर से कोरेाना के मामले बढ़ने लगे हैं. राजस्थान में वैक्सीनेशन ड्राइव शुरू हुए करीब 16 माह का समय बीत चुका है लेकिन फिर भी पूरा राजस्थान वैक्सीन नहीं लगवा पाया है.

क्या कहना है एक्सपर्ट्स का
एक्सपर्ट्स की मानें तो सरकार अब दूसरा बूस्टर डोज मतलब चौथी वैक्सीन आमजन को लगाने की तैयारी कर रही है लेकिन प्रदेश का हाल यह है कि राजस्थान में अभी भी करीब 1.5 % लोगों ने तो पहली वैक्सीन की डोज और 14% से अधिक ने दूसरी डोज नहीं लगवाई है. अब यह कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर स्वास्थ्य विभाग के लिए खतरा बन गए है क्योंकि चिकत्सक विशेषज्ञों की मानें तो वैक्सीन नहीं लेने वाले लोगों के संक्रमित होने का ज्यादा खतरा है और वह संक्रमित हुए तो मौत भी हो सकती है और उनसे फिर संक्रमण फैलने का भी खतरा ज्यादा है.

कितनी जनता का हुआ वैक्सीनेशन
प्रदेश में 18 से ज्यादा उम्र के सभी लोगों को मुफ्त में वैक्सीन लगाई गई. स्वास्थ्य विभाग ने राजस्थान में कुल 5 करोड़ 14 लाख 95 हजार 402 जनता को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा लेकिन 5 करोड़ 08 लाख 578 मतलब 98.7% ने पहली डोज और 4 करोड़ 39 लाख 924 मतलब 86.4% जनता ने दूसरी डोज ली.

12 से 14 साल वैक्सीनेशन       लक्ष्य हासिल

कुल लक्ष्य 29 लाख 87 हजार

पहली डोज 17 लाख 84 हजार 617 - 59.7%

दूसरी डोज 1 लाख 55 हजार 133 - 8.7%

15 से 18 साल वैक्सीनेशन

कुल लक्ष्य - 46 लाख 51 हजार

पहली डोज -34 लाख 17 हजार 776 73.5%

दूसरी डोज -24 लाख 19 हजार 536 70.8%

 

प्रिकॉशन तीसरी डोज कोविड वॉरियर्स

कुल लक्ष्य - 11 लाख 78 हजार 687

तीसरी डोज लगी - 5 लाख 91 हजार 442 50.2%

प्रिकॉशन तीसरी डोज 60 वैक्सीनेशन

कुल लक्ष्य - 68 लाख 33 हजार

तीसरी डोज लगी - 10 लाख 36 हजार 646 15.2%

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