डाक कांवड़ यात्रा हरिद्वार से पहुंची कोटपूतली, स्वच्छता सेवा दल ने ऐसे किया स्वागत
Advertisement

डाक कांवड़ यात्रा हरिद्वार से पहुंची कोटपूतली, स्वच्छता सेवा दल ने ऐसे किया स्वागत

सुपर फास्ट डाक कांवड़ यात्रा हरिद्वार से कोटपूतली पहुंची, जहां तालाब वाले शिव मंदिर में भगवान शंकर को गंगाजल अर्पित किया गया. 

डाक कांवड़ यात्रा

Kotputli: सुपर फास्ट डाक कांवड़ यात्रा हरिद्वार से कोटपूतली पहुंची, जहां तालाब वाले शिव मंदिर में भगवान शंकर को गंगाजल अर्पित किया गया. उल्लेखनीय है कि डाक कांवड़ हरिद्वार से कोटपूतली पैदल करीब 36 घंटे में पहुंची है. स्वच्छता सेवा दल संयोजक प्रवीण बंसल ने बताया कि टीम के सदस्यों द्वारा डाक कांवड़ शिव मंदिर में गंगा जल चढ़ाकर पूर्ण किया गया. टीम के सदस्यों द्वारा भक्तों का पुष्प वर्षा और दुपट्टा पहनाकर स्वागत किया गया. 

इस मौके पर भाजपा नेता मुकेश गोयल ने कहा कि श्रावण के महीने में कांवड़ यात्रा का विशेष महत्व है. भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए भक्त गंगा नदी से कांवड़ में गंगाजल भरकर लाते हैं, ऐसी मान्यता है कि श्रावण महीने में भगवान शिव को गंगा जल चढ़ाने से भगवान शिव की विशेष कृपा बनी रहती हैं. 

यह भी पढ़ें - Kargil Vijay Diwas : हाथों में मेडल और आंखों में आंसू लेकर वीरांगना ने सुनाई कहानी, बताया आज भी संभाल कर रखे है शहीद के खत

टीम स्वच्छता सेवा दल के सदस्य जितेंद्र कौशिक और राहुल बंसल ने बताया कि डाक कांवड़ यात्रा अन्य कांवड़ यात्रा से अलग है. डाक कांवड़ यात्रा लंबी होती है. डाक कांवड़ यात्रा में कांवडिएं शिव के जलाभिषेक तक बिना रुके लगातार चलते रहते हैं और शिव धाम तक की यात्रा एक निश्चित समय में तय करते हैं, डाक कांवड़ यात्रा में रुका नहीं जाता है, यह लगातार करनी पड़ती है. ऐसा माना जाता है कि कांवडिएं कांवड़ लेकर लंबी यात्रा करते हैं, लेकिन बीच में विश्राम भी लेते हैं, लेकिन डाक कांवड़ यात्रा में विश्राम लेने की अनुमति नहीं होती है. 

डाक कांवड़ यात्रा में जब एक बार कांवड़ उठा लेते हैं तब बिना स्थान पर पहुंचे हुए रुकते नहीं हैं. डाक कांवड़ यात्रा को लेकर ऐसी मान्यता है कि यात्रा के दौरान कांवडिएं मूत्र मल भी नहीं त्यागते हैं, अगर नियमों को कोई तोड़ता है तो यह यात्रा खंडित हो जाती है. डाक कांवड़ कांवडिएं समूह में चलते हैं लेकिन कई बार वाहन का इस्तेमाल भी कर सकते हैं. 

डाक कांवडियों के लिए तामसिक भोजन करने की मनाही होती है और उन्हें सात्विक रहने की सलाह दी जाती है. डाक कावडियों में राहुल बंसल, जितेंद्र कौशिक, संदीप शर्मा, गुड्डू, गांधी, मनीष, भीमा, मुकेश, भारती आदि मौजूद रहे. इस दौरान हेमंत मोरीजावाला, नवीन अग्रवाल, मुनेश सैनी, मुनिराज मीणा, गिरवर शर्मा, अमित सैनी, मनोज अग्रवाल, घनश्याम कुमावत समेत अन्य मौजूद रहे.

Reporter: Amit Yadav

जयपुर की अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

अन्य बड़ी खबरें

OMG : यहां प्री वेडिंग रिहर्सल नहीं, बल्कि बंदूक चलाने की होती है प्रैक्टिस, शादी में निशाना नहीं लगा, तो चुकानी होती है कीमत

Kargil Vijay Diwas: तोलोलिंग फतह कर राज रिफ ने दुश्मन को था भगाया, जानें नागौर कनेक्शन

शादीशुदा पतियों के लिए खास कैंप, कुंआरे लड़के भी जरूर करें अटेंड, मिलेगा प्यार ही प्यार

Trending news