CM Gehlot फिर से सक्रिय, मदर इंडिया देख दिया ये खास मैसेज
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CM Gehlot फिर से सक्रिय, मदर इंडिया देख दिया ये खास मैसेज

24 घंटे प्रदेश के विकास और जनहित से जुड़े कामों में जुटे नजर आने वाले गहलोत अब खुद के लिए भी समय निकालने लगे हैं.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत

Jaipur: स्वास्थ्य लाभ के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) एक बार फिर से सक्रिय हैं. वे लगातार विभिन्न विभागों के कार्यक्रमों में नजर आते हैं. उनकी लाइफस्टाइल में भी अब काफी बदलाव नजर आ रहे हैं. 73 साल के अशोक गहलोत चिकित्सकों की सलाह पर अब वह खुद के लिए भी समय निकाल रहे हैं. खुद के शौक भी पूरे कर रहे हैं. लंबे वक्त के बाद उन्होंने मदर इंडिया (Mother India) फिल्म देखी है. फिल्म देखने के बाद बालिका दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने फिल्म (Film) के संदेश के जरिए बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने का अनोखा उदाहरण भी पेश किया.

मुख्यमंत्री अब बदले-बदले नजर आने लगे हैं 
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अब बदले-बदले नजर आने लगे हैं. 24 घंटे प्रदेश के विकास और जनहित से जुड़े कामों में जुटे नजर आने वाले गहलोत अब खुद के लिए भी समय निकालने लगे हैं. अपने शौक भी पूरे करने लगे हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बालिका दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपने संबोधन में हार्ट ब्लॉकेज (Heart blockage) के बाद आए जीवन में बदलाव के बारे में बताते हुए कहा कि चिकित्सकों (Doctors) की सलाह पर उन्होंने कुछ बदलाव शुरू किए हैं. 

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लंबे वक्त के बाद देखी फिल्म
लंबे वक्त के बाद उन्होंने कल रात मदर इंडिया फिल्म देखी. चिकित्सकों ने उन्हें कहा कि आपके हार्ट की सर्जरी हुई है, आपको थोड़ा बदलाव करना चाहिए अच्छी फिल्में (Films) देखनी चाहिए. अच्छी सीरीज देखनी चाहिए. सीएम ने कहा मैने लंबे समय के बाद मदर इंडिया फिल्म देखी है आप सब को भी फिल्म देखनी चाहिए.

जरूरत शिक्षा का महत्व समझने की है
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने बाल आयोग के नारे नन्हें हाथ कलम के साथ फिल्म से जोड़ते हुए कहा की फिल्म में दिखाया गया है कि शिक्षा के अभाव में फिल्म में सुनील दत्त का किरदार बिरजू साहूकार का हिसाब नहीं पढ़ पाता और मूल चुकाने के बावजूद ब्याज चुकाता रहता है. इसलिए फिल्म जो शिक्षा देती है उसको सीखने की जरूरत है. जरूरत शिक्षा का महत्व समझने की है. हमें संकल्प लेना है कि प्रदेश में एक बालिका बालक शिक्षा से वंचित नहीं रहे। बाल आयोग की इस मुहिम को भरपूर समर्थन मिल रहा है.

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शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री हर संभव प्रयास में जुटे 
निश्चित तौर पर प्रदेश में शिक्षा (Education) को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हर संभव प्रयास में जुटे हैं और उनके प्रयासों का असर दूर-दराज के गांव ढाणियों में नजर भी आता है, लेकिन जिस तरीके से उन्होंने उदाहरण पेश किया है उससे साफ है कि मनोरंजन के लिए देखी गई फिल्म से भी अशोक गहलोत जनता के हित से जुड़ा हुआ कोई न कोई संदेश ढूंढ ही लेते हैं. उनकी यही खूबी उन्हें जननायक बनाती है.

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