Jaipur: अलवर में नाबालिग से दरिंदगी पर आक्रोश, बीजेपी समिति ने परिजनों से की मुलाकात
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Jaipur: अलवर में नाबालिग से दरिंदगी पर आक्रोश, बीजेपी समिति ने परिजनों से की मुलाकात

मेडिकल रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई. इसके बाद प्रदेश की सियासत गरमाती जा रही है. सरकार पर मामले को दबाने का आरोप है.

अलवर दरिंदगी मामले में पीड़ितों से मिले भाजपा नेता

Jaipur: अलवर में 11 जनवरी को मंदबुद्धि नाबालिग के साथ हुई हैवानियत मामले में नया मोड़ सामने आ गया है. पुलिस ने इस मामले पर यू टर्न ले लिया है. पुलिस का कहना है कि अभी इस मामले में रेप की पुष्टि नहीं हुई है. जबकि घटना के अगले दिन पुलिस ने कहा था प्रथम दृष्टया यह मामला रेप का लग रहा है, पुलिस की ओर से बयान वापस लेने को लेकर सियासत गरमा गई है. भाजपा ने 17 और 18 जनवरी को प्रदेशभर में विरोध प्रदर्शन का एलान किया है, साथ ही सीबीआई से मामले की जांच कराने की मांग की है. इस मामले में भाजपा द्वारा बनाई गई जांच समिति भी पीड़िता के गांव पहुंची और इस मामले को सरकार द्वारा दबाने के आरोप लगाते हुए सीबीआई से जांच की मांग की.

 भाजपा सहित विभिन्न संगठनों का दबाव बढ़ता जा रहा था. समिति से जुड़े भाजपा प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा सहित भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीय मंत्री अलका गुर्जर, अलवर सांसद महंत बालक नाथ , अलवर शहर विधायक संजय शर्मा, भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष अलका मूंदड़ा ,अजय सिंह लांबा पूर्व अध्यक्ष राजस्थान आवासन मंडल, भाजपा महिला मोर्चा उपाध्यक्ष पूजा कपिल, भाजपा अलवर प्रभारी मनीष पारिख, भाजपा जिलाध्यक्ष दक्षिण संजय नरूका, भाजपा उत्तर जिला अध्यक्ष बलवान सिंह यादव पीड़ित परिवार के गांव पहुंचे ,इस दौरान परिजनों को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया , साथ ही गहलोत सरकार से इस पूरे मामले की सीबीआई से जांच की मांग की.

अन्य संगठनों ने सीबीआई जांच की मांग की
दरअसल, 11 जनवरी को शिवाजीपार्क थाना क्षेत्र में तिजारा फाटक पुलिया पर घायल अवस्था मे लड़की मिली थी.  पीड़िता के इंटरनल पार्ट से खून बह रहा था , पुलिस सूचना पर मौके पर पहुंची पीड़िता को अस्पताल पहुंचाया ,हालत गम्भीर होने पर उसे जयपुर के जेके लोन अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों की टीम ने ऑपरेशन किया था. डॉक्टर्स की ओर से जारी बुलेटिन में रेप की पुष्टि नहीं की गई थी. 

सीएम गहलोत खुद बनाए हुए हैं इस मामले पर नजर

पुलिस ने इस मामले में पोक्सो सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू की और तीन सौ से ऊपर सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए, लेकिन अभी तक कोई सुराग हाथ नहीं लगा. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गहलोत सरकार पर आरोपों की झड़ी लगा दी है. भाजपा ने साफ शब्दों में कहा कि अगर सरकार इस मामले पर गंभीरता नहीं दिखाएगी तो आने वाले समय में उग्र प्रदर्शन किया जाएगा. वहीं, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खुद ही इस पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं.

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