जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का 15वां संस्करण, 15 अलग-अलग भाषाओं पर होगी चर्चा
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जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का 15वां संस्करण, 15 अलग-अलग भाषाओं पर होगी चर्चा

लिटरेचर महोत्सव के 15वें संस्करण का आज औपचारिक रूप से शुभारंभ किया गया. जेएलएफ का आयोजन इस साल नए स्थान पर किया जा रहा है. उद्घाटन के मौके पर कार्यक्रम में पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह, प्रसिद्ध लेखक और फेस्टिवल डायरेक्टर निकिता गोखले और विलियम डेलरिम्पल,प्रसिद्ध अनुवादक हरीश त्रिवेदी और यूएस डिप्लोमैट और भारत में यूएन रेजिडेंट को-ऑर्डिनेटर शोम्बी शार्प सहित कई वक्ता मौजूद थे. 

लिटरेचर फेस्टिवल के 15वां संस्करण

Jaipur: लिटरेचर महोत्सव के 15वें संस्करण का आज औपचारिक रूप से शुभारंभ किया गया. जेएलएफ का आयोजन इस साल नए स्थान पर किया जा रहा है. उद्घाटन के मौके पर कार्यक्रम में पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह, प्रसिद्ध लेखक और फेस्टिवल डायरेक्टर निकिता गोखले और विलियम डेलरिम्पल,प्रसिद्ध अनुवादक हरीश त्रिवेदी और यूएस डिप्लोमैट और भारत में यूएन रेजिडेंट को-ऑर्डिनेटर शोम्बी शार्प सहित कई वक्ता मौजूद थे. जेएलएफ के पांच दिवसीय ऑनग्राउंड कार्यक्रम में दुनिया की 15 अलग-अलग भाषाओं के साहित्य पर चर्चा होगी. साहित्य के विभिन्न पहलुओं के साथ-साथ यूक्रेन-रूस विवाद, जलवायु परिवर्तन, नई विश्व व्यवस्था, कल्पना की कला, कविता, यात्रा, विज्ञान, इतिहास जैसे विषयों पर जेएलएफ में चर्चा की जा रही है.

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जेएलएफ में मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि जेएलएफ देश और दुनिया में अपनी अलग पहचान रखता है. साहित्य के साथ-साथ यह राजस्थान की संस्कृति और पर्यटन को भी बढ़ाता है. दो साल से बढ़ता ही जा रहा था, सबने मिलकर शुरुआत की, खुशी की बात है कि जिस तरह से जेएलएफ की शुरुआत हुई है, अब एक बार फिर से राजस्थान में पर्यटन पूरी तरह से खुल जाएगा. वहीं जेएलएफ को लेकर टीमवर्क आर्ट्स के एमडी संजय रॉय ने कहा कि जेएलएफ में इस बार 5 दिन ऑनलाइन होने के बाद आज से ऑनलाइन शुरू कर दिया गया है.

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इस बार 400 वक्ता भाग ले रहे हैं, महोत्सव में कई ऐसे सत्र होंगे, जहां राजस्थान की कई भाषाओं और बोलियों पर चर्चा की जाएगी. एक सत्र में, कवि और महान साहित्यकार, चंद्र प्रकाश देवल, राजस्थान की भाषाएँ, साहित्य, कविता और संगीत पर अपने विचार रखेंगे. इतिहासकार यशस्विनी चंद्रा और रीमा हूजा महान योद्धा महाराणा प्रताप और उनके प्रिय घोड़े चेतक के बारे में कुछ और अनसुनी कहानियां सुनाएंगे. इसके साथ ही कई बड़े और विदेशी साहित्यकार भी अपने विचार रखेंगे.

Reporter- Anup Sharma

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