Chittorgarh News: चित्तौड़गढ़ जिले में शिक्षा विभाग के विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों को अपनी खेल प्रतिभाओं को दिखाने के लिए निरंतर खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेना चाहिए, जिसका आयोजन शिक्षा विभाग की तरफ से किया जाता है. ऐसे में खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने के लिए जिला स्तर पर भी प्रतियोगिता आयोजित की जाती है लेकिन इस साल शैक्षणिक कैलेंडर में प्रदेश सरकार ने शहरके मुकाबले ग्रामीण क्षेत्रों के खिलाड़ियों को अधिक अवसर उपलब्ध करवाएं है, जिसके लिए उन्होंने परंपरागत खेलों के साथ नए खेलों को भी शामिल किया है जिसमें जिले में पहली बार आयोजित हो रहे सेपक, टकरा, लेगोरी, वुशु खेल प्रतियोगिताओं को शामिल है.
इसकी मेजबानी राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय भोई खेड़ा को दी गई है. विद्यालय के जरिए इन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा.सेपक,टकरा के खेल में जिले की 8 टीमें भाग लेगी. वही ले गोरी में 20 टीमों ने अपना पंजीयन कराया है. वु शु में जिले से अब तक एक भी पंजीयन नहीं हुआ है.
बता दें कि नॉकआउट पद्धति के आधार पर इन खेलों का आयोजन किया जा रहा है. इसे लेकर खिलाड़ियों में भी खासा उत्साह है. इस बारे में खिलाड़ियों का कहना है कि परंपरागत खेलों के साथ नए खेलों को शामिल करने से खेल प्रतिभाओं काो निखारने में अधिक अवसर मिलेगा जिसका फायदा उन्हें राजकीय सेवा में भी मिलेगा. लेकिन इतनी कोशिशों के बाद भी खेलो को लेकर प्रशिक्षण का अभाव देखने को मिल रहा है फिर भी इसके बावजूद खिलाड़ियों में उत्साह पूरा है. साथ ही नियमों की पालना करते हुए आयोजकों के जरिए भी पूरा प्रयास किया जा रहा है कि बेहतर ढंग से प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा सके.
Reporter: Deepak Vyas