Churu में NPS के विरोध में कर्मचारियों ने निकाला कैंडल मार्च
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Churu में NPS के विरोध में कर्मचारियों ने निकाला कैंडल मार्च

 बीदासर (Bidasar) में NPSEFR के प्रांतीय आव्हान एवं शिक्षक संघ एलिमेंट्री सेकंडरी टीचर एसोसिएशन(RESTA) के सयुंक्त तत्वावधान में ब्लॉक के समस्त विभागों के 2004 के बाद नियुक्त कर्मचारियों ने एनपीएस के विरोध व पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से गांधी चौक तक कैंडल मार्च निकाला.

Churu में NPS के विरोध में कर्मचारियों ने निकाला कैंडल मार्च

Sujangarh: बीदासर (Bidasar) में NPSEFR के प्रांतीय आव्हान एवं शिक्षक संघ एलिमेंट्री सेकंडरी टीचर एसोसिएशन(RESTA) के सयुंक्त तत्वावधान में ब्लॉक के समस्त विभागों के 2004 के बाद नियुक्त कर्मचारियों ने एनपीएस के विरोध व पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से गांधी चौक तक कैंडल मार्च निकाला.

शिक्षक संघ रेसटा के जिलाध्यक्ष रामावतार पबरी ने बताया कि एनपीएस योजना कर्मचारियों के लिए एक अभिशाप है, इसमें पेंशन व सामाजिक सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं है. नेशनल पेंशन सिस्टम यानी एनपीएस से सेवानिवृत्ति के बाद जीवन निर्वाह के लिए भी पर्याप्त पेंशन राशि नहीं मिल पा रही है. जब तक केंद्र व राज्य सरकार पुरानी पेंशन लागू नही करती कर्मचारियों का विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा. 

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NPSEFR के ब्लॉक संयोजक मनमोहन शर्मा ने बताया कि यह भी विडंबना ही है कि एक ही सेवा के कर्मियों को अलग-अलग पेंशन स्कीमों में रखा गया है. जो 2004 से पहले से कार्यरत हैं, वह पुरानी पेंशन का लाभ ले रहे हैं, जबकि 2004 के बाद के कार्मिक नेशनल पेंशन सिस्टम के तहत कम मात्रा पेंशन ले पा रहे हैं.

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केंद्र ने जब 2004 में नेशनल पेंशन स्कीम लागू की तब राज्यों को अपने विवेक के हिसाब से पेंशन सिस्टम रखने का विकल्प दिया गया, लेकिन आज एनपीएस लागू होने के करीब 18 साल बाद केवल पश्चिम बंगाल को छोड़कर सभी राज्यों में एनपीएस लागू है. इसके अलावा हैरान करने वाली बात यह है कि विधायकों और सांसदों के लिए भी पुरानी पेंशन व्यवस्था रखी गई है. 

Reporter: Gaupal Kanwar

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