बीकानेर में इस बार पानी के लिए होगा त्राहीमाम, तीन महीने नहरों में नहीं आएगा पानी तो प्यासे रहेंगे लोग, पढ़ें पूरा मामला
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बीकानेर में इस बार पानी के लिए होगा त्राहीमाम, तीन महीने नहरों में नहीं आएगा पानी तो प्यासे रहेंगे लोग, पढ़ें पूरा मामला

Bikaner News: आम आदमी को शुद्ध पेयजल मिल सके इसको लेकर सरकार कई तरह की योजनाओं पर करोड़ों पर खर्च कर रही है. आम आदमी को आज भी शुद्ध पेयजल नहीं मिल रहा है. लेकिन प्रशासन की लापरवाही  के कारण आज भी आम आदमी शुद्ध पेयजल के लिये परेशान हैं. 

 

बीकानेर में इस बार पानी के लिए होगा त्राहीमाम, तीन महीने नहरों में नहीं आएगा पानी तो प्यासे रहेंगे लोग, पढ़ें पूरा मामला

Bikaner News: आम आदमी को शुद्ध पेयजल मिल सके इसको लेकर सरकार कई तरह की योजनाओं पर करोड़ों पर खर्च कर रही है. लेकिन आम आदमी को आज भी शुद्ध पेयजल नहीं मिल रहा है. वहीं नहरबंदी के दौरान जल भंडारण को लेकर भी अभी तक प्रशासन की कोई व्यवस्था नजर नहीं आ रही है. जिले में जल भंडारण व सप्लाई के बनाई गई डिग्गीया आम आदमी को शुद्ध पेयजल मिल सके इसके लिए बनाई गई लेकिन प्रशासन की लापरवाही कहें या उदासीनता इन डिग्गीयों की समय पर सफाई नहीं होती है. जिसके कारण इसमें मिट्टी के साथ साथ जलीय वनस्पति का साम्राज्य हो गया है. और वहीं पानी आम जन के लिए सप्लाई किया जाता है. जिसको लेकर लोगो में रोष व्याप्त है.

बीकानेर जिले की जीवन दयानी के रूप में चलने वाली इंदिरा गांधी नहर परियोजना की रिपेयरिंग के को लेकर आगामी 28 मार्च को नहरबंदी की जायेगी इसको लेकर सरकार ने विभाग व प्रशासन को समुचित जल भंडारण की व्यवस्था करने के निर्देश दे दिए हैं. लेकिन धरातल पर इसकी तैयारियों को लेकर कोई व्यवस्था दिखाई नहीं दे रही है.

नहरबंदी का ये होता असर
गर्मी के सीजन के शुरू होने साथ ही होने वाली नहरबंदी के दौरान करीब तीन महीने पानी नहर में नहीं आता जिसके कारण पेयजल की किल्लत शहर से लेकर गांवों तक हो जाती है. नहरबंदी के दौरान पेयजल की उचित व्यवस्था को लेकर प्रशासन दो माह पूर्व ही तैयारी में जुट जाता है. इसके लिए सरकार अलग से प्रभावित जिलों को बजट देती है. लेकिन ये सब तैयारियां इस बार लगती है कागजों में ही की जा रही है. बीस पच्चीस दिन बाद नहर बंदी होनी है. साथ ही इस बार गर्मी भी जल्दी शुरू हो गई. लेकिन अभी भी जल भंडारण की डिग्गीयों की सफाई नहीं की जा रही है.

तीन साल से डिग्गीयों की सफाई नहीं हुई
महाजन क्षेत्र के ग्रामीणों ने बताया की महाजन सहित आस पास बनी पानी की डिग्गीयों में मिट्टी व जलीय वनस्पति बहुयात पड़ी है. क्षेत्र के कई गांवों में तो पिछले दो तीन साल से डिग्गी की सफाई नहीं हुई. उन्होंने प्रशासन को गुहार लगाते हुए कहा की समय पर इनकी सफाई करवा कर पेयजल भंडारण का उचित काम करें. महाजन जलदाय विभाग के कनिष्क अभियंता शांतनु पांडे कहते है की नहर बंदी को देखते हुए डिग्गियों की सफाई का प्रोविजन ले रखा है साथ ही इस दौरान पेयजल की व्यवस्था सुचारू हो इसके लिए पारंपरिक संसाधन भी सही करवाए जायेंगे.

नहरबंदी के आम आदमी को पेयजल संबधी कोई परेशानी ना हो इसके लिए प्रदेश सरकार ने निर्देश देते हुए जरूरी संसाधन दुरुस्त करने का शुरू करने को कहा है लेकिन नहर बंदी की तारीख नजदीक आने के बाद भी किसी तरह की प्रशासन की तैयारी नही होने से ग्रामीण भविष्य की चिंता में बैठे हैं. जरूरत है समय रहते सभी तैयारियां पूरी कर ली जिससे नहर बंदी के दौरान कोई प्यासा ना रहे.

Reporter- Tribhuvan Ranga

 

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