Do you know Bankya Rani Mataji Facts: राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में बाक्यारानी मंदिर मेंमहिलाओं पर भूत प्रेत उतारने के नाम पर उन्हें उल्टा लिटाकर सीढ़ियों पर से घसीट जाता है तो कभी कड़ाके की सर्दी में जहां इंसान के लिए ठंडे पानी से नहाने में आफत आती है वहीं महिलाओं को ठंडे पानी सेकड़कड़ाती ठंड में पानी से नहलाया जाता है.
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Do you know Bankya Rani Mataji Facts: सोमवार से चैत्र नवरात्र शुरू होने वाले है. घरों में माता के जयकारे, भजन और आरती की गूंज सुनने को मिलती रहेगी. राजस्थान में भी चैत्र नवरात्रों की महिमा बेहद अपार मानी जाती है. दुर्गा के नौ रूपों की अराधना पूरे विधि विधान से की जायेगी. लेकिन राजस्थान में एक माता का मंदिर ऐसा है जहां पूजा पाठ और तंत्र मंत्र के नाम पर महिलाओं से सदियों से अत्याचार होता आ रहा है. इस मंदिर में महिलाओं पर भूत प्रेत उतारने के नाम पर ऐसी घिनौनी यातनाएं दी जा रही है जिसे जो भी देखता है वह डर से सहम जता है.
उल्टा लिटाकर सीढ़ियों पर से घसीट जाता है
इस तरह की यातनाएं राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के बाक्यारानी मंदिर में दी जाती है. जहां महिलाओं पर से भूत प्रेत उतारने के नाम पर उन्हें उल्टा लिटाकर सीढ़ियों पर से घसीट जाता है तो कभी कड़ाके की सर्दी में जहां इंसान के लिए ठंडे पानी से नहाने में आफत आती है वहीं महिलाओं को ठंडे पानी सेकड़कड़ाती ठंड में पानी से नहलाया जाता है. उनके बालों को बुरी तरह खींचा जाता है. लात-घूसों से उनकी पिटाई की जाती है जिससे उनके शरीर में दाखिल हुई बुरी आत्मा उनका शरीर छोड़ के निकल जाए.
गंदगी में सने चमड़ों के जूतों से पिलाया जाता है पानी
यहीं नहीं अगर वह इनसे भी नहीं ठीगंदगी में सने चमड़ों के जूतों क होती तो गंदगी में सने चमड़ों के जूतों में पानी भरकर पिलाया जाता है. कहा जाता है कि अगर वहां किसी भी महिला के अंदर भूत प्रवेश करने की झूठी अफवाह फैलाई जाती है तो उसके इलाज के लिए बंकाया मंदिर लेकर आते है, जहां भोपा ( यानी एक प्रकार का तंत्रिक जिसे माना जाता है की वह भूत निकाल सकता है) उनका इलाज करता है. इसमें जिसका जैसा रोग बताया जाता है उसी आधार पर उतनी भयनक यातना देकर उसका इलाज किया जाता है.
उपरी शक्ति का साया है जिसे निकलवाने यहां आई हूं.
सबसे दखद और हैरानी की बात तो यह है कि यहां केवल उपचार लेने के लिए इस मंदिर में सिर्फ महिलाओं को ही लेकर आया जाता है. कोई आदमी नहीं आते हैं. जिसका उदाहरण कई बार वहां पर पहुंचे दर्शानार्थी भी कर चुके है. ऐसे ही एक श्रद्धालु ने मंदिर में दर्शन करते हुए एक महिला को दूसरी महिला के जरिए बेहरहमी से मंदिर की सीढियों से घसीटते हुए लाते हुए देखा तो वह सहम गई. महिला को देखा तो उसकी टांगे छिली हुई था रहम की भीख मांग रही थी लेकिन दूसरी महिला बस घसीट रही थी. जब उससे इसका कारण पूछा तो कहती कि यह कोई काम नहीं करती कहती कुछ हूं करती कुछ है. इसपर किसी उपरी शक्ति का साया है जिसे निकलवाने यहां आई हूं.
मंदिर में हर शनिवार और रविवार को भक्तों के हुजूम के बीच 200-300 महिलाओं को पीठ और सिर के बल रेंगकर 200 सीढ़ियों नीचे उतरनी होती हैं। ऐसी महिलाओं को भोपा उलटे पांव चलाकर बंक्याराणी मंदिर में लेकर जाता है। इसके बाद उन महिलाओं को नंगे पांव करीब चार घंटे तक एक खंभे के चारों तरफ चक्कर लगवाते हैं.। जब महिलाओं मना करती है तब भूत भगाने वाले भोपा इन्हें बुरी तरह से मारते-पीटते हैं. उसके बाद ज्वालामाता मंदिर में महिला के मुंह में एक जूता ठूंसा जाता है और एक सिर पर रखकर दो किलोमीटर दूर हनुमान मंदिर तक भोपा लेकर जाता है. यदि वो रुक जाए तो भोपा उसकी पिटाई करता है.
इस काम को करने के बाद हनुमान मंदिर में बने एक कुंड में महिला को भोपा स्नान करने का आदेश सुनाता है. इस कुंड में दिन भर में करीब 300 महिलाएं स्नान करती हैं. और इसका पानी इतना गंदा होता है कि हाथ भी नहीं धो सकते हैं. लेकिन यही पानी महिला को चमड़े के जूते में लेकर पीना पड़ता है। वो भी एक-दो बार नहीं, बल्कि पूरे सात बार पिलाया जाता है.