किशनगंज: गांव में जाने के लिए नदी पर नहीं है पुलिया, ग्रामीणों को हो रही भारी परेशानी
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किशनगंज: गांव में जाने के लिए नदी पर नहीं है पुलिया, ग्रामीणों को हो रही भारी परेशानी

Kishanganj, Baran: राजस्थान के बारां के शाहाबाद ब्लॉक की ग्राम पंचायत भोयल के गांव डूडावर में जाने के लिए नदी में पुलिया नहीं होने के कारण गांव में पहुंचना मुश्किल होता है. इस गांव में जाने के लिए सीधा रास्ता यह नदी का है, लेकिन इस नदी में पुलिया नहीं होने से बारिश में तो निकल ही नहीं पाते है और बाकी मौसम में तो नदी में से होकर निकलते हैं. 

किशनगंज: गांव में जाने के लिए नदी पर नहीं है पुलिया, ग्रामीणों को हो रही भारी परेशानी

Kishanganj, Baran: राजस्थान के बारां के शाहाबाद ब्लॉक की ग्राम पंचायत भोयल के गांव डूडावर में जाने के लिए नदी में पुलिया नहीं होने के कारण गांव में पहुंचना मुश्किल होता है. इस गांव में जाने के लिए सीधा रास्ता यह नदी का है, लेकिन इस नदी में पुलिया नहीं होने से बारिश में तो निकल ही नहीं पाते है और बाकी मौसम में तो नदी में से होकर निकलते हैं. 

इस गांव में जाने के लिए चक्कर लगाकर जाना पड़ता है और सड़क मार्ग नहीं होने से कच्चे रास्तों पर होकर आना-जाना पड़ता है और एनएच -27 से गाजन गांव से सीधा रास्ता है. गांव वालों का कहना है कि इस नदी में पुलिया बन जाए तो आस-पास के गांवों को आने जाने में सुविधा हो जाएगी. इस गांव के लोगों और जाग्रत महिला संगठन द्वारा भी कई बार उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया जा चुका है और उसके बाद भी सुनवाई नहीं की जा रही है. 

यह गांव सहरिया जनजाति बाहुल्य है. इस समुदाय के पास निजी साधनों का अभाव होने के कारण पैदल ही आना जाना पड़ता है. वहीं डिलेवरी वाली महिलाओं को काफी परेशानी होती है. संगठन की महिलाओं ने बताया कि 2002 में डोमा सहारिया और 2017 में मालती सहरिया की नदी में बह जाने से मौत हो गई थी. इस गांव के बच्चे गाजन और देवरी पढ़ने जाते है और इस गांव में प्राथमिक विद्यालय है. एनएच-27 से डूडावर की दूरी 3 किलोमीटर है और बारिश में रास्ता बंद हो जाता है. इस कारण इस गांव का संपर्क कट जाता है. 

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तिलपसी नदी में पुलिया निर्माण हो जाता है तो इस गांव का संपर्क बनने के साथ साथ विकास भी होने लगेगा. इस गांव में सहरिया जनजाति के 70-80 परिवार निवास करते है और यह गांव पूरी तरह से सहारिया बाहुल्य है. वर्तमान में इस गांव के लोग इसी नदी से आते-जाते है. जाग्रत महिला संगठन की महिलाओं ने बताया कि विधायक और उच्च अधिकारियों और ग्राम पंचायत को भी अवगत करवाया दिया गया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं की जा रही है.

Reporter: Ram Mehta

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