अजमेर में केन्द्रीय वस्तु और सेवाकर संभाग ने 55 फर्जी और डमी इकाइयों के विरूद्ध की कार्यवाई
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अजमेर में केन्द्रीय वस्तु और सेवाकर संभाग ने 55 फर्जी और डमी इकाइयों के विरूद्ध की कार्यवाई

केन्द्रीय वस्तु और सेवाकर संभाग अजमेर ने 55 फर्जी और डमी इकाइयों के विरूद्ध कार्यवाई की. तीन दिन तक चली यह कार्यवाई प्रधान आयुक्त सी. पी. गोयल के निर्देशन में उपायुक्त सी.जी.एस.टी. संभाग अजमेर सुनीता वर्मा के नेतृत्व में की गई.  इन फर्मों ने155 करोड़ रुपये के फर्जी बिल जारी किये थे.

केन्द्रीय वस्तु और सेवाकर संभाग

Kishangarh: केन्द्रीय वस्तु और सेवाकर संभाग अजमेर ने 55 फर्जी और डमी इकाइयों के विरूद्ध कार्यवाई की. तीन दिन तक चली यह कार्यवाई प्रधान आयुक्त सी. पी. गोयल के निर्देशन में उपायुक्त सी.जी.एस.टी. संभाग अजमेर सुनीता वर्मा के नेतृत्व में की गई.  इन फर्मों ने155 करोड़ रुपये के फर्जी बिल जारी किये थे.  और 28 करोड़ रुपये का गलत इनपुट लिया था. कार्यवाई की गई फर्मों में मार्बल, ग्रेनाइट आइरन वेस्ट और स्क्रैप, लेड बैटरी प्लास्टिक, सेल, सीमेन्ट के साथ वर्क्स कान्ट्रेक्ट सर्विस, गुड्स और रोड ट्रासपोर्ट सर्विस के लिए रजिस्टर्ड इकाइयां भी शामिल है. 

इन फर्जी फर्मों के तार हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, गुजरात, महाराष्ट्र, केरल और तमिलनाडू तक फैले हुए है.  यहाँ तक कि राज्य सरकार के कार्यालय जिला उद्योग उपकेन्द्र मदनगंज-किशनगढ के पते तक पर फर्जी रजिस्ट्रेशन ले लिया गया है. आपको बता दें उपायुक्त सुनीता वर्मा ने मई के पहले सप्ताह में भी 101 फर्जी फर्मों के विरूद्ध कार्यवाई की थी. जिस में करीब 350 करोड़ रुपये के फर्जी बिल काटे गये थे. और लगभग 60 करोड़ रुपये का गलत केडिट लिया गया था. 

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इस प्रकार सी.जी.एस.टी. संभाग अजमेर ने एक महीने के अन्दर 156 फर्जी यूनिट्स पर कार्यवाई की है. जिन में 500 करोड़ रुपये से अधिक के बिलऔर 88 करोड़ रुपये का गलत इनपुट लिया गया हैं. उच्च स्तरीय जांच के लिए प्रकरण को मुख्यालय प्रेषित किया गया है. जिसकी जांच के बाद बड़े घोटाले उजागर होने की संभावना है.

 

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