Ajmer News: शहर के छावनी क्षेत्र में 150 वर्ष पुराने शिव मंदिर के जीर्णोद्वार कार्य के दौरान एक दीवार को तोड़ने के दौरान माइलो स्टोन साइज का नयानगर नाम खुदा एक पत्थर मिला है.पत्थर पर अंग्रेजी शब्दों में ब्यावर भी खुदा है जिसके नीचे 32 लिखा हुआ है.क्षेत्रवासी उक्त पत्थर को 150 वर्ष पुराना बता रहे हैं.
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Ajmer News: शहर के छावनी क्षेत्र में 150 वर्ष पुराने शिव मंदिर के जीर्णोद्वार कार्य के दौरान एक दीवार को तोड़ने के दौरान माइलो स्टोन साइज का नयानगर नाम खुदा एक पत्थर मिला है. उक्त पत्थर पर अंग्रेजी शब्दों में ब्यावर भी खुदा है जिसके नीचे 32 लिखा हुआ है. शिव मंदिर में इस प्रकार का पत्थर मिलने की सूचना के बाद आसपास के लोग उसे देखने के लिए एकत्रित हो गए. हालांकि पत्थर साधारण सा है उसमें कोई नक्काशी आदि नहीं की गई है. लेकिन पत्थर पर नयानगर लिखा होने के कारण लोग उसे देखने के लिए आ रहे है.
क्षेत्रवासी उक्त पत्थर को 150 वर्ष पुराना बता रहे है. लेकिन पत्थर की स्थिति को देखकर लगता नहीं है कि उक्त पत्थर इतना पुराना होगा. लेकिन क्षेत्रवासी शिव मंदिर का निर्माण आज से 150 वर्ष पूर्व होने की बात कर रहे है. ऐसे में मंदिर की दीवार में इस पत्थर के निकलने के कारण इसे भी उतना ही पुराना बता रहे हैं. उधर पत्थर पर खुदाई द्वारा लिखे गए शब्द भी वर्तमान की हिंदी तथा अंग्रेजी लिखावट जैसे ही लग रहे हैं. खैर पत्थर कितना पुराना है, इसको लेकर किसी प्रकार का कोई विवाद नहीं है. और पत्थर की प्राचीनता की सटीक जानकारी भी किसी विवाद का कोई समाधान नहीं है लेकिन खुदाई के दौरान नयानगर लिखा पत्थर मिलना लोगों में जिज्ञाषा का विषय बना हुआ है.
क्षेत्रवासी पवन कुमार दगदी ने बताया कि मंदिर के जीर्णोद्वार के दौरान दीवार को तौडने के दौरान उक्त पत्थर मिला है, जिसे देखने के लिए आसपास के लोग मंदिर आ रहे है. मालूम हो कि ब्यावर शहर की स्थापना को करीब 187 वर्ष पूर्ण हो चुके है लेकिन आज भी राजस्व रिकार्ड में ब्यावर का नाम नया नगर ही चल रहा है. हालांकि राज्य सरकार की और से नया नगर का नाम ब्यावर किए जाने के आदेश हो चुके है लेकिन अब तक रिकार्ड दुरूस्ती नहीं हो पाई है जिसके कारण आज भी राजस्व रिकार्ड में ब्यावर का नाम नयानगर ही चल रहा है.
Reporter- Dilip Chouhan