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नई दिल्ली: पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों (Assembly Elections) के नतीजे कल यानी 10 मार्च को आएंगे. हालांकि, इससे पहले आए अधिकांश एग्जिट पोल (Exit Polls) यूपी में ‘कमल’ खिलने की बात कर रहे हैं. लेकिन गोवा और उत्तराखंड (Goa & Uttarakhand) को लेकर सबने अलग-अलग तस्वीर पेश की है. इस वजह से इन राज्यों में सियासी हलचल तेज हो गई है. भाजपा और कांग्रेस (BJP & Congress) ने तमाम विकल्पों पर विचार करना भी शुरू कर दिया है.
उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा में विधानसभा चुनाव संपन्न हो गए हैं. अब सभी की निगाहें 10 मार्च पर टिकी हुई हैं, जब जनता के फैसले को पढ़ा जाएगा यानी काउंटिंग होगी. यूपी के एग्जिट पोल ने जहां भाजपा समर्थकों के चेहरे खिला दिए हैं. वहीं, गोवा और उत्तराखंड को लेकर उनकी चिंता बढ़ गई है. कुछ एग्जिट पोल में BJP की सरकार बनने की बात कही गई है, तो कुछ में कांग्रेस की सरकार बनती दिख रही है.
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70 सीटों वाले उत्तराखंड में अब तक हुए चुनाव में स्पष्ट बहुमत के साथ हर बार सरकार बदलती रही है. ऐसे में इस बार भी सत्ता परिवर्तन के कयास लगाए जा रहे हैं. इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक, उत्तराखंड में BJP को 36 से 46 सीटें मिलने का अनुमान है और कांग्रेस को 20 से 30 सीटें मिल सकती हैं. वहीं, सी-वोटर के सर्वे में भाजपा को 26 से 32 और कांग्रेस को 32 से 38 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है. इस तरह दो अन्य एग्जिट में से एक में बीजेपी की सरकार बनने की संभावना दिख रही है तो दूसरे में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत दिखाया गया है.
वहीं, गोवा विधानसभा चुनाव को लेकर आए तमाम एग्जिट पोल में त्रिशंकु जनादेश की बात कही गई है. एक एग्जिट पोल के मुताबिक, गोवा की कुल 40 सीटों में से BJP को 14 से 18 और कांग्रेस को 15 से 20 सीट मिल सकती हैं. वहीं, सी-वोटर के सर्वे में भाजपा को 13-17 और कांग्रेस को 12-सीटें मिलती दिख रही है. इसी तरह से दूसरी सर्वे एजेंसियों ने भी गोवा में त्रिशंकु जनादेश की संभावना जताई है. इन एग्जिट पोल के चलते गोवा और उत्तराखंड में सियासी हलचलें तेज हो गई हैं. गोवा के सीएम प्रमोद सावंत ने पहले दिल्ली में पीएम मोदी और राज्य के प्रभारी देवेंद्र फडणवीस से मुंबई में जाकर मुलाकात की.
वहीं, पिछली बार से सबक लेते हुए गोवा कांग्रेस इस बार सतर्क हो गई है. कांग्रेस ने नतीजे आने के बाद गठबंधन का संकेत देते हुए अपने उम्मीदवारों को सुरक्षित ठिकाने पर ले जाने की तैयारी शुरू कर दी है. पार्टी ने अपने उम्मीदवारों को संभालने का जिम्मेदारी महाराष्ट्र के गृह राज्यमंत्री सतेज पाटिल को दी है. कांग्रेस ने फिलहाल अपने उम्मीदवारों को गोवा के ही एक रिसॉर्ट में रखा है, लेकिन उन्हें राजस्थान भेजने की तैयारी है. इसके अलावा कांग्रेस गोवा में आम आदमी पार्टी और टीएमसी से समर्थन हासिल करने की भी रणनीति पर काम कर रही है.
उधर, विधानसभा चुनाव नतीजे से ठीक पहले BJP के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय उत्तराखंड पहुंचे और सीएम पुष्कर धामी और पूर्व सीएम रमेश पोखरियाल निशंक से मुलाकात की. बीजेपी नेताओं के इस मुलाकात से कांग्रेस अलर्ट हो गई है. उसने अपने विधायकों को कांग्रेस शासित राज्यों राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भेजने की तैयारी कर ली है. इसकी वजह साल 2016 में कांग्रेस में हुई सेंधमारी है और उसका मुख्य रणनीतिकार कैलाश विजयवर्गीय को ही माना जाता है.