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नई दिल्ली: जनवरी, अप्रैल और अगस्त 2021 के बाद सरकार जनवरी 2022 की कोरोना लहर को देश में चौथी लहर (Fourth Wave) मान रही है. लेकिन सरकार को इस बात का डर है कि जो लोग वैक्सीन नहीं ले रहे हैं वो कोरोना (Corona) की अगली लहर के आने का कारण ना बन जाएं. स्वास्थ्य मंत्रालय (Ministry of Health) के आंकड़ों के मुताबिक देश में वैक्सीनेशन की रफ्तार बेहद अच्छी है लेकिन अपनी बारी आने पर वैक्सीन ना लेने वाले लोगों को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी.
भारत में एक करोड़ यानी 10% लोग अभी भी ऐसे हैं जिन्होंने वैक्सीन की पहली डोज (First Dose) भी नहीं ली है. 25% लोग ऐसे हैं जिनकी दूसरी डोज (Second Dose) अभी बाकी है. लेकिन सबसे बड़ी चिंता का विषय है कि साढ़े छह करोड़ लोगों की सेकेंड डोज ओवर ड्यू (Over Due) हो चुकी है. सरकार ऐसे लोगों को रिमाइंडर (Reminder) भी भेज रही है जिससे वह अपनी वैक्सीन की डोज लेना ना भूलें. हालांकि भारत में अब वैक्सीन की कोई कमी नहीं है. भारत में 160 करोड़ वैक्सीन (Vaccine) लग चुकी हैं. 94% यानी 88 करोड़ लोग पहली डोज ले चुके हैं. 72% यानी 67 करोड़ लोग दोनों डोज ले चुके हैं. बच्चों (15-18 Age Group) की आधी से ज्यादा यानी 52% आबादी पहली डोज ले चुकी है. भारत में 3.84 करोड़ बच्चे एक वैक्सीन लगवा चुके हैं.
वैक्सीन (Vaccine) के असर से मौतें (Deaths) कम हो रहीं हैं. पहली और दूसरी लहर की तुलना से साफ है कि वैक्सीन लोगों को गंभीर हालात से बचा रही है. अप्रैल 2020 में यानी दूसरी लहर में 3 लाख 86 हजार केस प्रतिदिन होने पर 3 हजार मौतें रोजाना होती थीं. उस समय वैक्सीन केवल 2% लोगों को लगी थी. पहली जनवरी से 20 जनवरी 2022 में केस 3 लाख के पार हैं लेकिन मौत की संख्या 380 हैं. और अब 72% लोग पूरी तरह वैक्सीनेटिड (Vaccinated) हैं.
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आंकड़ों (Statistics) के अनुसार भारत का हाल चिंताजनक है. भारत में पॉजिटिव केस (Positive Cases) लगातार बढ़ रहे हैं. 20 जनवरी को 24 घंटे में तीन लाख 17 हजार केस आए जबकि 1 जनवरी को 22 हजार केस थे. इसका मतलब पॉजिटिव केस रोजाना 2% से बढ़कर 16% हो चुके हैं. भारत में पॉजिटिव केस और पॉजिटिविटी रेट (Positivity Rate) दोनों बढ़ रहे हैं.
महाराष्ट्र (Maharashtra) में पॉजिटिविटी रेट 2% से बढ़कर 22% हुआ. कर्नाटक (Karnataka) में 0.5% से बढ़कर 15% और तमिलनाडु (Tamil Nadu) में 0.67% से 20% तक पॉजिटिविटी रेट पहुंचा. वहीं केरल (Kerala) में 5% से बढ़कर 32% साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट है. राजधानी दिल्ली (Delhi) में 0.61% से बढ़कर पॉजिटिविटी रेट 21% हो चुका है. इन सभी राज्यों में केंद्र (Center) की टीमें गई हैं क्योंकि इन राज्यों की स्थिति खराब है.
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एशिया (Asia) से 4 हफ्ते पहले 8% केस दर्ज होते थे लेकिन पिछले 4 हफ्तों में ये बढ़कर 18% हो गया. विश्व के स्तर पर यूरोप (Europe) से 38% मामले दर्ज हो रहे हैं. हालांकि यहां मामले घट रहे हैं. वहीं उत्तरी अमेरिका (North America) से 28-30% केस दर्ज हो रहे हैं.
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