देश की बड़ी आबादी नहीं करती पर्याप्त फलों और सब्जियों का सेवन: सर्वे
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देश की बड़ी आबादी नहीं करती पर्याप्त फलों और सब्जियों का सेवन: सर्वे

भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (आईसीएमआर) के एक सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार वयस्क पर्याप्त मात्रा में फलों और सब्जियों का सेवन नहीं करते हैं.

फाइल फोटो

नई दिल्ली: भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (आईसीएमआर) के एक सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार वयस्क पर्याप्त मात्रा में फलों और सब्जियों का सेवन नहीं करते हैं. सोमवार को जारी सर्वेक्षण में कहा गया है कि जिन लोगों पर सर्वे किया गया उनमें से 98.4 प्रतिशत लोग एक दिन में पांच से कम बार आहार लेते हैं जबकि पांच में से चार व्यस्क तथा चार में से एक किशोर पर्याप्त शारीरिक गतिविधियां नहीं करता.

  1. 6.2 प्रतिशत किशोर अधिक वजन या मोटापे के शिकार
  2. एक तिहाई वयस्कों ने किया तंबाकू का सेवन
  3. गर्भाशय कैंसर के मामलों की जांच कम

6.2 प्रतिशत किशोर अधिक वजन या मोटापे के शिकार

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन द्वारा जारी राष्ट्रीय गैर-संक्रामक रोग निगरानी सर्वे (एनएनएमएस) के अनुसार प्रत्येक चार में से एक से अधिक वयस्क और 6.2 प्रतिशत किशोर अधिक वजन या मोटापे के शिकार हैं. सर्वे में कहा गया है कि प्रत्येक दस में से लगभग तीन व्यस्क उच्च रक्तचाप की समस्या से पीड़ित हैं. इसके अलावा 9.3 प्रतिशत व्यस्क रक्त शर्करा बढ़ने के शिकार हैं जबकि पांच में से दो वयस्कों में गैर-संक्रामक रोगों से पीड़ित होने के तीन या इससे अधिक कारक पाए गए हैं.

एक तिहाई वयस्कों ने किया तंबाकू का सेवन

मंत्रालय ने कहा कि सर्वेक्षण परिणामों में यह भी पता चला है कि सर्वेक्षण में शामिल प्रत्येक तीन में से एक वयस्क ने बीते 12 महीने में तंबाकू जबकि एक चौथाई लोगों ने शराब का सेवन किया. रिपोर्ट में कहा गया है कि 30 से 69 साल की आयु के लोगों के बीच किये गए सर्वेक्षण में मुंह के कैंसर की जांच कराने वाले (पुरुषों और महिलाओं) का अनुपात 1.7 प्रतिशत रहा. केवल 1.6 प्रतिशत महिलाओं ने ही नैदानिक परीक्षण के तौर पर स्तन कैंसर जबकि 2.2 प्रतिशत महिलाओं ने गर्भाशय कैंसर की जांच कराई.

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गर्भाशय कैंसर के मामलों की जांच कम

रिपोर्ट में कहा गया है, 'ग्रामीण क्षेत्रों में गर्भाशय कैंसर की जांच के मामलों की संख्या शहरी इलाकों की तुलना में तीन गुणा कम है.' आईसीएमआर-राष्ट्रीय गैर-संक्रामक रोग निगरानी सर्वे (बेंगलुरु) द्वारा साल 2017-18 के दौरान कराए गए इस सर्वे में शामिल अनुमानित लोगों की संख्या 12,000 व्यस्क (18-69 वर्ष) और 1,700 किशोर (15-17 वर्ष) थी.

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