Sehore Kubereshwar Dham Pandit Pradeep Mishra's thoughts
सिहोर वाले प्रदीप मिश्रा की बात करें उनकी गिनती देश के प्रेमस कथावाचकों में होती है.
कथा के दौरान वह प्रेरक विचारों के बारे में बात करते हैं. जिससे लोग अध्यात्म की ओर अग्रसर होते हैं. जिससे नकारात्मकता दूर होती है और लोग सफलता की ओर बढ़ते हैं.
सार्थक जीवन और सफलता को लेकर प्रदीप मिश्रा कहते हैं कि इस शरीर को पाने के बाद दुनिया के सारे दुख, दुनिया की सारी तकलीफें. दुनिया के सारे कष्ट, दुनिया के सारे रोग-बीमारी दुख हमारे जीवन में जो-जो लिखा हुआ होगा वो सब आएगा सब प्राप्त होगा.
प्रदीप मिश्रा कहते हैं कि ऐसा नहीं है कि जीवन में सिर्फ दुख ही दुख मिलेगा.
शिवमहापुराण की कथा कहती है कि जैसे दिन होता है, रात होती है, धूप होती है. छांव होती है. इस तरह सुख होता है और दुख होता है.
वो कहते हैं कि भगवान का गुणगान और भजन जीवन को सार्थक और आनंदित बनाता है
जिसने भगवान का भजन कर लिया उसकी जिंदगी सार्थक हो जाती है और उसका जीवन आनंदित हो जाता है.