रानी कमलापति महल का निर्माण करीब 300 साल पहले हुआ था.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस महल का निर्माण निज़ाम शाह की पत्नी रानी कमलापति ने करवाया था. इसी कारण इसका नाम कमलापति महल रखा गया.
इस महल को भोजपाल का महल और जहाज महल के नाम से भी जाना जाता है.
दोस्त मोहम्मद खान की रानी कमलापति पर बुरी नजर थी। वह रानी को पसंद करता था और उसे पाना चाहता था.
इस कारण रानी के बेटे और मोहम्मद खान के बीच युद्ध हुआ. युद्ध में रानी का पुत्र नवल शाह मारा गया.
जब रानी ने अपने बेटे की मृत्यु की खबर सुनी, तो उन्होंने महल के बांध के संकीर्ण रास्ता खोल दिया, जिससे तालाब का पानी महल में आने लगा.
देखते ही देखते पूरा महल पानी से भर गया और इमारतें डूबने लगीं.