कभी रौनकों से गुलजार रहता था MP का ये किला, अब पड़ गया सूखा

Abhinaw Tripathi
Jul 11, 2024

MP Tourist Place

एमपी अपने ऐतिहासिक किले के लिए जाना जाता था. आज भी कई ऐसे किले है जो काफी ज्यादा फेमस हैं. इन्ही में से हम आपको बताने जा रहे हैं एक ऐसे किले के बारे में जो कभी मशहूर था, मगर आज खंडहर में तब्दील हो चुका है.

चौगान किला

एमपी का चौगान किला एक समय काफी ज्यादा फेमस था. इसका निर्माण 15वीं शताब्दी में हुआ था.

प्राचीन महत्व

यहां प्राचीन महत्व का कुंड, तालाब व कलाकृतियों का बेजोड़ नमूना था, लेकिन बदलते वक्त में ये पूरी तरह खंडहर हो गया.

शामिल किया था

इस किले को गौंडवंश के 48वें राजा संग्राम शाह ने 52 किलों को जीतकर अपने राज्य में शामिल किया था. इन्हीं से ये एक था.

पारस का पत्थर

कहा जाता है कि यहां तालाब में पारस का पत्थर है, अंग्रेजों ने इसे ढूंढने के लिए हाथी की सहायता ली थी, लेकिन पारसमणि नहीं मिली थी.

इन्होंने छीना

चौरागढ़ या चौगान किले को अंग्रेजों ने मराठा पेशवाओं से छीना था, इसके बाद इसे काफी हद तक ध्वस्त कर दिया था.

छिड़कते थे जान

एक समय जब यहां राजा संग्राम शाह का शासन था तब यहां का वातावरण गुलजार रहता था. लोग एक दूसरे पर जान छिड़कते थे.

हो गया खंडहर

लेकिन समय के बदलते कालखंड में अब ये किला खंडहर में तब्दील हो चुका है.

मुख्यालय से दूरी

ये किला नरसिंहपुर जिला मुख्यालय से लगभग 50 किमी है.

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