मध्य प्रदेश में नदियों के किनारे कई तीर्थस्थल हैं, जहां पर श्रद्धालु दर्शन करने के लिए जाते हैं, क्षिप्रा नदी के किनारे उज्जैन महाकाल का मंदिर है जहां पर रोजाना श्रद्धालु आते हैं, बहुत कम लोगों को पता होगा कि एमपी की पवित्र नदी कौन सी है.
MP की सबसे पवित्र
मध्यप्रदेश में नर्मदा नदी का बहुत अधिक धार्मिक महत्व है. इसे एमपी की सबसे पवित्र नदी माना जाता है.
खम्बात की खाड़ी में
महाकाल पर्वत के अमरकंटक स्थान से निकलकर नर्मदा नदी पश्चिम दिशा की तरफ बहती हुई खम्बात की खाड़ी में मिल जाती है.
मोक्ष की प्राप्ति
ऐसा कहा जाता है कि नर्मदा नदी की परिक्रमा करने से पापों से मुक्ति मिलती है और मौत के बाद मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है.
रेवा नदी
नर्मदा नदी को रेवा नदी के नाम से भी जाना जाता है. भारत में नर्मदा नदी को भी मां का दर्जा दिया जाता है.
नदी के तट पर
नर्मदा उल्टी दिशा में बहती है. पूर्व से पश्चिम की ओर. ऐसा कहा जाता है कि जितने तीर्थ नर्मदा के तट पर हैं, उतने तीर्थ किसी भी नदी के तट पर नहीं है.
सहायक नदियां
नर्मदा की कुल 41 सहायक नदियां हैं. देश की एक मात्र नदीं जिसकी परिक्रमा की जाती है. नर्मदा नदी के जल के राजा मगरमच्छ कहा जाता है.
Disclaimer
यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है, इसे अपनाने से पहले धार्मिक जानकारों की सलाह जरूर लें.