छत्तीसगढ़ के काशी में विराजमान है रहस्यमयी शिवलिंग, रामायण काल से जुड़ा है इतिहास

Harsh Katare
Dec 15, 2024

छत्तीसगढ़ अपने प्राकृतिक सौंदर्य और इतिहास के लिए देशभर में जाना जाता है.

छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले के खरौद में भगवान शिव का प्राचीन मंदिर मौजूद है.

खरौद को 'छत्तीसगढ़ का काशी' कहा जाता है, यहां समृद्ध सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत का प्रमाण हैं.

खरौद के लक्ष्मणेश्वर मंदिर का इतिहास बेहद पुराना है, कहा जाता है कि यहां से पाताल का रास्ता जाता है.

इतिहास

मंदिर का निर्माण पांडुवंशी राजवंश के युग का माना जाता है, मंदिर का नाम भगवान लक्ष्मण के नाम पर रखा गया है.

कहा जाता है इसी स्थान पर लक्ष्मण ने एक शिवलिंग की स्थापना की थी, इसलिए मंदिर का नाम लक्ष्मणेश्वर मंदिर पड़ा.

पाताल का रास्ता

मंदिर में स्थापित शिवलिंग एक लाख छिद्र है, लोगों का कहना है कि इसमें से किसी एक छिद्र का रास्ता पाताल में जाता है.

खास बात ये है कि इसमें से एक छिद्र में हमेशा जल भरा रहता है, जिसे लोग अक्षय कुंड कहते है.

वहीं लोगों का मानना है कि मंदिर में स्थापित शिवलिंग स्वाभाविक रूप से जमीन से उभरा है.

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