जिन बच्चों को ज्यादा फॉर्मेलिटी का सामना करना पड़ा उनका मानसिक विकास थोड़ा कम हुआ है. इसलिए उन्हें फैसले खुद लेने की आजादी दें.
एक्सपर्ट प्राची तिवारी के मुताबिक बच्चों को हमेशा हर बात पर डांटना सही नहीं है. इससे उनके दिमाग पर भी बुरा असर पड़ता है.
साइकोलॉजी के अनुसार बच्चों पर रिजल्ट, खेल आदि को लेकर ज्यादा दबाव न डालें.
अगर आप उन पर दबाव डालेंगे तो मानसिक तनाव बढ़ेगा. उन्हें उनकी क्षमताओं के अनुसार ही परखें.
अपने बच्चों को कुछ समय दें. साथ ही उन्हें अपने दोस्तों के साथ खेलने का भी समय दें. इससे उन्हें अकेला महसूस नहीं होगा.
सबसे पहले यह समझें कि बच्चे क्या कहते हैं और वे आपसे क्या चाहते हैं. इसके बाद निर्णय लें.