गंगा दशहरा उत्सवः संतो की डुबकी से कुम्भ सा नजारा, मां शिप्रा को ओढ़ाई 101 फीट की चुनरी
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गंगा दशहरा उत्सवः संतो की डुबकी से कुम्भ सा नजारा, मां शिप्रा को ओढ़ाई 101 फीट की चुनरी

नीलगंगा पर अखाड़े के संतो ने सरोवर में आस्था की डुबकी लगायी और इसके बाद गंगा माता का पञ्चामृत अभिषेक पूजन भी किया.

शिप्रा नदी किनारे गंगा दशहरा उत्सव

मनोज जैन/उज्जैन: आज गंगा दशहरा है.हिंदू धर्म में गंगा दशहरा का बहुत अधिक महत्व होता है. इस दिन विधि- विधान से मां गंगा की पूजा- अर्चना की जाती है. हर साल ज्येष्ठ माह की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि पर गंगा दशहरा का पावन पर्व मनाया जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन मां गंगा स्वर्ग से पृथ्वी पर आईं थीं.उज्जैन में शिप्रा नदी के रामघाट स्थित नीलगंगा सरोवर पर गंगा दशहरा उत्सव मनाया गया. इस दौरान मां शिप्रा को 101 फ़ीट लम्बी चुनरी भी ओढ़ाई गयी. इससे पहले विधि-विधान से उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव, विधायक पारस जैन सहित अखिल भारतीय पुजारी महासंघ के अध्यक्ष पं.महेश पुजारी, संत भगवान बापू के सानिध्य में शिप्रा गंगा माता का अभिषेक-पूजन कर माता गंगा से कोरोना से मुक्ति के लिए प्रार्थना की गयी.

गंगा माता का पञ्चामृत अभिषेक
इस मौके पर संत, पण्डे, पुजारी और आम श्रद्धालु भी मौजूद रहे. प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डा.मोहन यादव ने शिप्रा गंगा माता की पूजा अर्चना कर चुनरी अर्पित की. गंगा दशहरा के अवसर पर नीलगंगा स्थित प्राचीन सरोवर पर कुम्भ सा नजारा देखने को मिला. यहां सुबह अखाड़े के संतो ने सरोवर में आस्था की डुबकी लगायी और इसके बाद गंगा माता का पञ्चामृत अभिषेक पूजन भी किया.

शुभ मुहूर्त भी जानें
ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 04:03 बजे से 04:44बजे तक
अभिजित मुहूर्त:सुबह 11:55 बजे से 12:51 बजे तक
विजय मुहूर्त: दोपहर 02:42 बजे से 03:38 बजे तक
गोधूलि मुहूर्त: शाम 07:08 बजे से 07:32 बजे तक
अमृत काल: रात्रि12:52 बजे से 02:21 बजे तक

शिप्रा नदी किनारे गंगा दशहरा का ख़ास महत्व
मोक्षदायिनी शिप्रा के तट पर गंगा दशहरा उत्सव मनाने की परंपरा पुरानी है. रविवार को भी यह उत्सव परंपरागत रूप से मनाया गया. शिप्रा लोक संस्कृति समिति द्वारा प्रतिवर्ष शिप्रा परिक्रमा यात्रा का आयोजन किया जाता है. हालांकि बीते दो वर्षों से कोरोना संक्रमण के कारण यात्रा स्थगित की जा रही है.

आज शिप्रा तट पर गंधर्व कुंड में गंगा माता की प्रतिमा विराजित कर पूजन अर्चना की गई. इस पूजा में सभी पुजारी मंत्री और विधायक के साथ अन्य लोग भी शामिल हुए. गंगा दशहरा के पूजन के साथ साथ माता गंगा से महामारी निवारण के लिए प्रार्थना की गयी.

101 फ़ीट की चुनरी
प्रभारी मंत्री डा.मोहन यादव, विधायक पारस जैन, जनअभियान परिषद् के पूर्व उपाध्यक्ष प्रदीप पांडे, पूर्व भाजपा अध्यक्ष इकबालसिंह गांधी, अखिल भारतीय पुजारी महासंघ के अध्यक्ष पं.महेश पुजारी, संत भगवान बापू के सानिध्य में शिप्रा गंगा माता का अभिषेक-पूजन किया गया. गन्धर्व कुंड पर इसका बड़ा महत्व है. माना जाता है कि राजा गंधर्व ने यहां 12 वर्ष तक तपस्या की थी. पूजन पाठ के बाद गंगा माता को चुनरी अर्पित की गयी.

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