महाशिवरात्रि पर रीवा में बना बड़ा रिकॉर्ड, एक साथ बनाई 5100 किलो खिचड़ी, बंटा प्रसाद
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महाशिवरात्रि पर रीवा में बना बड़ा रिकॉर्ड, एक साथ बनाई 5100 किलो खिचड़ी, बंटा प्रसाद

शिवरात्रि के पावन पर्व को भगवान शिव और मां पार्वती के विवाह उत्सव के रूप में पूरे भारतवर्ष में मनाया जाता है. इस उत्सव में जगह-जगह भंडारे के साथ-साथ शोभा यात्रा का भी आयोजन होता है. जिसमें लोग शिव बारात की सुंदर झांकियां निकालते है.

महाशिवरात्रि पर रीवा में बना बड़ा रिकॉर्ड, एक साथ बनाई 5100 किलो खिचड़ी, बंटा प्रसाद

रीवा: शिवरात्रि के पावन पर्व को भगवान शिव और मां पार्वती के विवाह उत्सव के रूप में पूरे भारतवर्ष में मनाया जाता है. इस उत्सव में जगह-जगह भंडारे के साथ-साथ शोभा यात्रा का भी आयोजन होता है. जिसमें लोग शिव बारात की सुंदर झांकियां निकालते है. रीवा में भी शिव बारात आयोजन समिति के द्वारा पिछले 40 सालों से कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है.

दरअसल रीवा में आज महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर रीवा के पचमठा आश्रम में 5100 किलो खिचड़ी का भोग प्रसाद तैयार किया गया. जिसके लिए कई दिनों से समिति द्वारा तैयारियां जोरों से चल रही थीं. वहीं आज शिव बारात आयोजन समिति द्वारा खिचड़ी का भोग लगाकर प्रसाद वितरण किया गया. ये महाप्रसाद एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हो गया है.

महाशिवरात्रि पर रीवा में बनेगा एशिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड, भक्तों के लिए बनेगी 5100 किलो खिचड़ी, बंटेगा महाप्रसाद

40 सालों से चल रही परंपरा
जिले में महाशिवरात्रि पर्व पर शिव बारात का भव्य आयोजन किया गया. यह आयोजन पिछले 40 वर्ष से लगातार आयोजित की जा रही है. बरात पचमढ़ी नाथ आश्रम से निकाली जाती है, जहां सुंदर-सुंदर झांकियां का ढोल नगाड़ा बाजे गाजे के साथ पथ संचलन होता है. झांकी के आगे-आगे हाथी-ऊंट और घोड़े के अलावा भोलेनाथ के भक्त 50 की वेशभूषा धारण कर नाश्ते थिरकते बरात में शामिल होते हैं. कहा जाता है कि यहां जो भंडारा होता है. वह एशिया का सबसे बड़ा भंडारा होता है. प्रसाद ग्रहण करने के लिए भक्तों की किलोमीटर तक की लाइन लगती है.

5100 किलो प्रसाद बंटा
बारात आयोजन समिति द्वारा इस महाशिवरात्रि को भगवान भोलेनाथ के लिए महाप्रसाद बनाने की तैयारी की गई थी. इसके लिए 11 सौ किलो की लोहे से निर्मित एक कढ़ाई तैयार की गई थी. इस कढ़ाई में 5100 किलो का महा भोग तैयार हुआ. जिसका भोग महादेव को लगा और भक्तों में प्रसाद के रुप में बांटा गया. इस महाप्रसाद खिचड़ी को 21 शिवभक्त ने मिलकर तैयार किया. 

एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज
रीवा पहुंचे एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड के अधिकारी ने बताया कि रीवा ने एक महा रिकॉर्ड अपने नाम बना लिया है. इसके पहले का यह रिकॉर्ड तीन हजार किलो का था. जिसको हटाते हुए आज शिव बारात आयोजन समिति ने 51 सौ किलो खिचड़ी का महाप्रसाद बनाकर एशिया वर्ल्ड ऑफ रिकॉर्ड में जगह बना लिया है.

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