MP में पहली बार किडनी ट्रांसप्लांटः भोपाल के हमीदिया अस्पताल में चार घंटे तक चला ऑपरेशन
Advertisement

MP में पहली बार किडनी ट्रांसप्लांटः भोपाल के हमीदिया अस्पताल में चार घंटे तक चला ऑपरेशन

इस कामयाबी पर मंत्री विश्वास सारंग ने खुशी जताते हुए डॉक्टरों की टीम को दी बधाई दी.

डॉक्टरों के साथ मंत्री विश्वास सारंग

भोपालः राजधानी भोपाल के हमीदिया अस्पताल में आज पहला किडनी ट्रांसप्लांट हुआ. मध्यप्रदेश के किसी सरकारी अस्पताल में होने वाला यह पहला किडनी ट्रांसप्लांट है. यह किडनी ट्रांसप्लांट हमीदिया अस्पताल में किशन नाम के व्यक्ति का किया गया है, जिसका ऑपरेशन चार घंटे तक चला. जिसके बाद किडनी ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया हुई. इस उपलब्धि पर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने भी खुशी जताई है.  

डोनर और किडनी ट्रांसप्लांट दोनों सुरक्षित है
खास बात यह है कि डोनर और किडनी ट्रांसप्लांट दोनों प्रक्रिया सुरक्षित तरीके से हुई. डोनर और रिसीवर को सुबह अस्पताल में ले जाया गया था. जबकि दोपहर ढाई बजे तक उनका सफल ऑपरेशन हो गया. ऑपरेशन के बाद डोनर और रिसीवर को आईसीयू वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया, जहां दोनों की हालत स्थिर बनी हुई है. फिलहाल दोनों मरीजों को डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है. मध्य प्रदेश में किसी सरकारी अस्पताल में पहली बार किडनी ट्रांसप्लांट किया गया है. 

मंत्री सारंग ने जताई खुशी 
वहीं इस कामयाबी पर मंत्री विश्वास सारंग ने खुशी जताते हुए डॉक्टरों की टीम को दी बधाई दी. उन्होंने कहा कि यह प्रसन्नता की बात है की सरकारी व्यवस्था में मध्यप्रदेश का पहला किडनी ट्रांसप्लांट सफलता पूर्वक हुआ है. डोनर और जिसे किडनी ट्रांसप्लांट की गयी दोनों सुरक्षित है. मंत्री सारंग ने बताया की किडनी ट्रांसप्लांट के लिए नए स्ट्रक्चर में दो नए ओप्रशन थिएटर बनाए जाएंगे. यह सुनिश्चित किया जायेगा की प्रदेश के अन्य मेडिकल कालेजों में भी किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा शुरू करेंगे. 

इस दौरान मंत्री विश्वास सारंग ने किडनी ट्रांसप्लांट करने वाले डॉक्टरों की टीम से हमीदिया अस्पताल में मुलाकात भी की. उन्होंने कहा कि सरकारी व्यवस्थाओं में पहली बार मध्य प्रदेश में किडनी ट्रांसप्लांट हुआ है. इसलिए सभी डॉक्टर बधाई के पात्र है. बता दें कि मुरैना के रहने वाले कृष्णदत्त को उनकी पत्नी वीणा शर्मा ने अपनी किडनी दी है. क्योंकि कृष्णदत्त की किडनी में इन्फेक्शन हो गया था. 

फ्री में हुआ इलाज 
खास बात यह है कि किडनी ट्रांसप्लांट का यह इलाज पूरी तरह से फ्री किया गया है. क्योंकि आयुष्मान कार्ड के चलते यह ऑपरेशन निशुल्क हुआ. जबकि अन्य सामान्य लोगों को इस ऑपरेशन के लिए ढाई लाख रुपए का खर्चा करना पड़ता है. जबकि प्राइवेट अस्पतालों में यही ऑपरेशन चार से पांच लाख रुपए में होता है. हमीदिया अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि जिसे किडनी रिसीव की गई है उन्हें दस से बारह दिन में छुट्टी मिल जाएगी. जबकि डोनर को तीन से चार दिन में छुट्टी कर दी जाएगी. यह साइन है कि किडनी ठीक से काम कर रही है. इस सफल ऑपरेशन के बाद कई लोगों ने किडनी ट्रांसप्लांट के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है. जल्द ही दूसरा किडनी ट्रांसप्लांट किया जाएगा. 

ये भी पढ़ेंः 5000 लेकर एक घंटे में बना देता था फर्जी आयुष्मान कार्ड, आरोपी के पास मिले 35 नकली कार्ड

WATCH LIVE TV

Trending news