इंफर्टिलिटी को दूर करेंगे ये उपाय, प्रजनन क्षमता को ऐसे बढ़ाएं पुरुष!
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इंफर्टिलिटी को दूर करेंगे ये उपाय, प्रजनन क्षमता को ऐसे बढ़ाएं पुरुष!

कई कपल्स बांझपन का सामना करते हैं क्योंकि यह लगभग 15% जोड़ों को प्रभावित करता है. सौभाग्य से, आपकी प्रजनन क्षमता को बढ़ावा देने के लिए कुछ प्राकृतिक तरीके हैं.

प्रतीकात्मक तस्वीर

नई दिल्ली: शादी के बाद हर कपल का सपना होता है अपनी संतान का होना. महिला माँ अपने का सपना देखती है और पुरुष पिता बनने का. दरअसल मा पिता बनने की इच्छा एक ऐसी सोच है जिससे मनुष्य अपने वंश आगे बढ़ाता है. लेकिन जैसे जैसे जीवन जीने का तरीका बदला है वैसे वैसे लोगों के जीवन में बहुत से बदलाव आ गए है. बीमारियों का शरीर लगना भी आसान हो गया है.

इसका जीता जागता उदाहरण है कोरोना का आना जिससे पूरा विश्व आज परेशान है.वहीं बात की जाए माता पिता के सुख की तो आजकल की फ़ास्ट लाइफ ने बहुत से दांपत्य जीवन से ये सुख छीन लिया है. माता पिता बनने की यात्रा कभी-कभी जटिल हो सकती है लेकिन यह जान लें कि आप इस कठिनाई में अकेले नहीं हैं. कई कपल्स बांझपन का सामना करते हैं क्योंकि यह लगभग 15% जोड़ों को प्रभावित करता है. सौभाग्य से, आपकी प्रजनन क्षमता को बढ़ावा देने के लिए कुछ प्राकृतिक तरीके हैं. जीवनशैली और भोजन परिवर्तन प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं. प्रजनन क्षमता को बढ़ावा देने और तेजी से गर्भवती होने के लिए हम कुछ ऐसे काम हैं जो कर सकते हैं

फूड्स जो प्रजनन क्षमता बढ़ाते हैं
एक्सपर्ट का कहना है कि एंटीऑक्सिडेंट महिला और पुरुष दोनों के लिए बहुत जरूरी है. फोलेट और जिंक जैसे एंटीऑक्सिडेंट पुरुषों और महिलाओं के लिए प्रजनन क्षमता को बढ़ा सकते हैं. विटामिन सी और ई, फोलेट, बीटा कैरोटीन और ल्यूटिन सहित फल, सब्जियां, अनाज और नट्स जैसे खाद्य पदार्थ एंटीऑक्सिडेंट से भरे हुए हैं. इसलिए, इन खाद्य पदार्थों को जितना संभव हो उतना खाएं. वे आपकी प्रजनन क्षमता को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देंगे. वे आपके शरीर के अंदर मुक्त कणों को बाहर निकालते हैं जो अंडे की कोशिकाओं और शुक्राणु दोनों को नुकसान पहुंचाने के लिए जाना जाता है.

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Pcod और Pcos  को समझें
डॉक्टर्स बताते है कि Pcod या Pcos महिलाओं में उनकी अनिश्चित जीवन शैली से होता है साथ ही डॉक्टर का कहना होता है कि इस समस्या को झेल रही महिला को फ़ास्ट फ़ूड नहीं खाना चाहिए और एक नियमित लाइफस्टाइल होना चाहिए. इस समस्या से ग्रसित महिलाओं के लिए कई प्रजनन विशेषज्ञ कम कार्ब्स वाली डाइट का सेवन करने की सलाह देते हैं. एक low carb डाइट आपको हेल्दी वजन बनाए रखने इंसुलिन के स्तर को कम करने और वसा हानि को प्रोत्साहित करने में मदद करता है. यह मासिक धर्म की नियमितता को ठीक करने में मददगार होता है.

कार्बोहाइड्रेट रिफाइंड नहीं होना चाहिए
विशेषज्ञों के अनुसार स्वस्थ शरीर के लिए कार्बोहाइड्रेट की मात्रा महत्वपूर्ण है लेकिन इसका रिफाइंड रूप ठीक नहीं है. इनमें शुगर से भरपूर ड्रिंक और फूड्स शामिल होता है.रिफाइंड कार्ब्स जल्दी से अवशोषित हो जाते हैं जिससे इंसुलिन के स्तर और ब्लड शुगर में अप्रत्याशित वृद्धि होती है. इंसुलिन के स्तर में लगातार वृद्धि से प्रजनन हार्मोन का उत्पादन कम हो सकता है. ऐसा इसलिए है क्योंकि आपके शरीर को लगता है कि उसे प्रजनन हार्मोन की आवश्यकता नहीं है. इसलिए यह ओव्यूलेशन और अंडे की परिपक्वता में कमी में सकता है.

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फाइबर बहुत जरूरी है
शरीर को अतिरिक्त हार्मोन को निकालने में मदद करता है फाइबर. इसके कुछ रूप आपकी आंतों को बांधकर अतिरिक्त एस्ट्रोजन से छुटकारा दिला सकते हैं. फिर अतिरिक्त एस्ट्रोजन को अपशिष्ट के रूप में शरीर से बाहर निकालने का काम करते हैं. 

प्रोटीन भी जरूरी
अपने रोजमर्रा की डाइट में कुछ प्रोटीन को नट्स सब्जियों बीन्स दाल और कम पारा वाली मछली से बदलने की कोशिश करें. बॉडी के अनुसार प्रोटीन की क्षमता भी जरूर लेनी चाहिए.

एक्सरसाइज़
आपके स्वास्थ्य के लिए एक्सरसाइज के कई फायदे होते हैं. जिससे आप स्वस्थ रहते हैं. अपनी प्रजनन क्षमता को बढ़ाने का सबसे अच्छा और सफ़ल तरीका एक्सरसाइज भी है. दरअसल शारीरिक गतिविधि पुरुषों महिलाओं विशेष रूप से मोटापे से ग्रस्त लोगों में प्रजनन क्षमता बढ़ाने के लिए एक प्रभावी तरीका है. बढ़ा हुआ वज़न को महिलाओं और पुरुषों की प्रजनन क्षमता को कम कर देता है.

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तनाव में न रहें
गर्भधारण की संभावना को सबसे ज़्यादा प्रभावित तनाव भी करता है. क्योंकि दिमागी रूप से आप स्वस्थ नहीं रहेंगे तो आपके अंदर आने वाले नकारात्मक भाव नेगेटिव हार्मोन को सक्रिय कर देते हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि जब आपके तनाव का स्तर बढ़ता है, तो आपके गर्भधारण के अवसर कम हो जाते हैं. यह हार्मोनल परिवर्तनों के कारण होता है जब आप तनावग्रस्त हो जाते हैं.डॉक्टर से सलाह लेने पर करने से अवसाद और चिंता का स्तर कम हो सकता है. क्योंकि आपके शरीर में जमा वसा की मात्रा मासिक धर्म की गतिविधि को प्रभावित करती है.
अगर आप भी माँ और पिता बनने की इच्छा रखते है तो आपको हेल्दी पोषण और लाइफस्टाइल ऑप्शन अभी से बनाना शुरू कर देना चाहिए.

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