बच्चों को वैक्सीन लगाने के लिए शिवराज सरकार ने बनाया यह प्लान, 1 जनवरी से होगा रजिस्ट्रेशन
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बच्चों को वैक्सीन लगाने के लिए शिवराज सरकार ने बनाया यह प्लान, 1 जनवरी से होगा रजिस्ट्रेशन

मध्य प्रदेश में भी बच्चों को वैक्सीन लगाने के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.

सांकेतिक तस्वीर.

आकाश द्विवेदी/भोपालः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को 15 से 18 साल तक के बच्चों को कोरोना वैक्सीन लगाने का ऐलान कर दिया है, जिसके लिए लिए 1 जनवरी से रजिस्ट्रेशन भी शुरु हो जाएंगे. रजिस्ट्रेशन कोविन (CoWIN) ऐप पर किया जा सकेगा. ऐसे में बच्चों को वैक्सीन लगाने के लिए शिवराज सरकार ने भी तैयारी शुरू कर दी है. बच्चों को वैक्सीन लगाए जाने को लेकर स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने बड़ा बयान दिया है. 

बच्चों को स्कूलों में ही लगेगी वैक्सीन 
शिवराज सरकार ने बच्चों को कोरोना वैक्सीन स्कूलों में ही लगाने का फैसला लिया है, यानि बच्चों को स्कूल में ही कोरोना वैक्सीन लगाई जा सकेगी. स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि ''मध्यप्रदेश में स्कूलों में ही बच्चों को कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी, इसकी तैयारी सरकार ने शुरु कर दी है.

स्कूलों में लगाया जाएगा कैंप 
इंदर सिंह परमार ने बताया कि ''स्कूलों में ही 15 से 18 साल के सभी बच्चों को स्कूलों में ही वैक्सीन लगाई जाएगी, इसके लिए जनवरी से स्कूलों में कैंप लगाया जाएगा, ताकि सभी बच्चों को वैक्सीन लगाई जा सके. जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग से भी बात हो गई है. उन्होंने बताया कि जो बच्चा जिस स्कूल में पढ़ता है उसे उसी स्कूल में वैक्सीन लगाई जाएगी. स्कूल शिक्षा विभाग की तरफ से इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है. वहीं बढ़ते कोरोना के खतरे को लेकर उन्होंने कहा कि फिलहाल स्कूलों में कोविड प्रोटोकॉल के तहत ही पढ़ाई हो रही है.''

किस आइडेंटिटी प्रूफ पर बच्चों को लगेगी वैक्सीन 
बता दें कि 1 जनवरी से बच्चों को वैक्सीन लगाए जाने के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो जाएंगे. ऐसे में सवाल यह भी उठता है कि बच्चों को वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन करने के लिए किस आइडेंटिटी प्रूफ की जरुरत होगी. जिस पर बताया गया कि 15 से 18 साल तक के सभी बच्चों को वैक्सीन के लिए आधार कार्ड के अलावा 10वीं क्लास का आईडी कार्ड भी आइडेंटिटी प्रूफ माना जाएगा. ऐसा इसलिए क्योंकि कुछ स्टूडेंट्स के पास आधार कार्ड या फिर कोई दूसरा पहचान पत्र नहीं होगा, इसलिए 10वीं क्लास का आईडी कार्ड भी प्रूफ के तौर पर बच्चों को वैक्सीन लगाने के काम आएगा. 

इतने बच्चों को लगेगी वैक्सीन 
इससे पहले कल चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने भी बच्चों को कोरोना वैक्सीन लगाने को लेकर विशेष फोकस करने की बात कही थी, उन्होंने बताया कि प्रदेश में  49 लाख 27 हजार से ज्यादा 15 साल से 18 साल बच्चों को 3 जनवरी से वैक्सीन लगाने की शुरूआत होगी. अधिकारियों को इस बात के विशेष निर्देश दिए गए हैं कि कोई भी बच्चा वैक्सीन से छूटने न पाए. 

बच्चों को लगेगी कोवैक्सीन 
वहीं 15-18 साल के बच्चों को कोवैक्सीन की डोज दी जाएगी. क्योंकि DGCI ने 12 साल से 18 साल की उम्र के बच्चों के टीकाकरण के लिए भारत बायोटैक की कोवैक्सीन को आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है. क्योंकि DGCI ने 12 साल से 18 साल की उम्र के बच्चों के टीकाकरण के लिए भारत बायोटैक की कोवैक्सीन को आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है. हालांकि सरकार ने फिलहाल 15 साल से 18 साल तक के बच्चों के वैक्सीनेशन का ही फैसला लिया है. 

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