PM Shree Scheme: छत्तीसगढ़ में अब डिजिटल होगी पढ़ाई, बच्चों को क्लास में मिलेंगे ये शानदार सुविधाएं
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PM Shree Scheme: छत्तीसगढ़ में अब डिजिटल होगी पढ़ाई, बच्चों को क्लास में मिलेंगे ये शानदार सुविधाएं

PM Shree Scheme in CG: पीएम श्री योजना के तहत छत्तीसगढ़ के सभी केंद्रीय स्कूलों के कक्षाओं को डिजिटल क्लास बनाया जा रहा है. साथ ही वर्चुअल लैब की भी तैयारी चल रही है.

PM Shree Scheme digital class in Chhattisgarh

Chhattisgarh News: भारत की नई शिक्षा नीति 2020 में एजुकेशन सिस्टम को इनोवेटिव और अट्रैक्टिव बनाने की बात कही गई है. इसी के तहत कई जगहों पर स्कूलों में पढ़ाने के तरीके भी तेजी से बदल रहे हैं. ऐसा ही कुछ छत्तीसगढ़ में होने जा रहा है. जहां संभाग के सभी केंद्रीय स्कूलों को पीएम श्री योजना के तहत डिजिटल बनाने की प्रक्रिया चल रही है.

डिजिटल क्लास, वर्चुअल लैब
पीएम श्री योजना के तहत प्रदेश के जिलों के सभी केंद्रीय स्कूलों के क्लास 1 से लेकर 12वीं तक के कक्षाओं को डिजिटल क्लास बनाया जाएगा. मिली जानकारी के मुताबिक, सभी डिजिटल क्लास में आईएसपी पैनल लगाए जाएंगे, जो कंप्यूटर सिस्टम की तरह काम करेगा. साथ ही स्कूलों में वर्चुअल लैब बनाने की भी तैयारी चल रही है.

स्कूलों में बदलाव
राज्य सरकार ने भी केंद्रीय स्कूलों की तर्ज पर अपने स्कूलों का विकास शुरू कर दिया है. इस बीच, राज्य के सरकारी स्कूलों को पीएम श्री स्कूल(PM Shree Scheme) का दर्जा देने की भी तैयारी चल रही है. ऐसा होने के बाद स्कूलों में डेवलपमेंट देखने को मिलेंगा.

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नई शिक्षा नीति 2020
सभी स्कूलों में डिजिटल एजुकेशन को लेकर खास ध्यान दिया जा रहा है. नई शिक्षा नीति 2020 में स्कूलों को इनोवेटिव और अट्रैक्टिव बनाया जा रहा है. केंद्रीय स्कूल हों या राज्य सरकार के स्कूल दोनों में तेजी से बदलाव हो रहे हैं.  

क्या है पीएम श्री योजना
पीएम श्री योजना का मुख्य लक्ष्य भारत के 14,500 पुराने स्कूलों का सुधार करना है और शिक्षा नीति 2020 को सभी स्कूलों में लागु करना है. ताकि बच्चों को स्मार्ट शिक्षा से जोड़ा जा सके और इन स्कूलों को नया रूप दे सके. पीएम श्री योजना के तहत विकसित पीएम श्री स्कूल अनुकरणीय स्कूलों की तरह काम करेंगे.  

PMO का कहना है कि 
साथ ही प्राइवेट स्कूलों का भी मार्गदर्शन करेंगे. PMO ने कहा कि इन स्कूलों का उद्देश्य सिर्फ गुणवत्तापूर्ण शिक्षण, अध्ययन और संज्ञानात्मक विकास होगा बल्कि 21वीं सदी के कौशल की जरूरतों के अनुरूप समग्र और पूर्ण विकसित नागरिकों का निर्माण करना भी होगा.

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